सर्जिकल एवं डायग्नोस्टिक इमेजिंग तकनीकों के पशु उपचार में उपयोग विषय पर 21 दिवसीय शीतकालीन प्रशिक्षण समापन

बीकानेर 27 जनवरी। वेटरनरी महाविद्यालय, बीकानेर के सर्जरी एवं रेडियोलॉजी विभाग द्वारा आई.सी.ए.आर. वित्तपोषित “पशुचिकित्सा सर्जरी और डायग्नोस्टिक इमेजिंग में नवीन तकनीकों को फार्म एवं पालतू पशुओं में विभिन्न सर्जिकल परिस्थितियों के प्रबंधन में उपयोग” विषय पर 21 दिवसीय शीतकालीन प्रशिक्षण सोमवार को संपन्न हुआ। प्रशिक्षण के समापन सत्र को सम्बोधित करते हुए कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित ने कहा कि वेटरनरी महाविद्यालय के सर्जरी एवं रेडियोलॉजी विभाग द्वारा पशु उपचार की नई-नई तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है। इस विभाग द्वारा जल्द ही रोबोटिक सर्जरी की यूनिट को स्थापित करने की योजना बनाई जा रही है। इस महाविद्यालय की शल्य चिकित्सा की देश के ख्याति प्राप्त अग्रणी महाविद्यालयों की श्रेणी में गिनती की जाती है। प्रो. दीक्षित ने प्रशिक्षणार्थियो को प्रशिक्षण के दौरान सीखे नए कौशल को अधिक से अधिक उपयोग करने हेतु प्रेरित किया। मुख्य अतिथि पुर्व कुलपति, राजुवास प्रो. ए.के. गहलोत ने कहा कि विश्वविद्यालय में कुशल मानव संसाधन एवं अत्याधुनिक उपकरण है जो कि इस तरह के दीर्घकालिन प्रशिक्षणों हेतु उपयुक्त है हमें इन संसाधनों को अधिक से अधिक उपयोग कौशल विकास हेतु करना चाहिए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि निदेशक अश्व अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर डॉ. एस.सी. मेहता ने प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित करते हुए अपने विचार व्यक्त किये। प्रशिक्षण निदेशक प्रो. प्रवीण बिश्नोई ने बताया कि इस प्रशिक्षण में देश के विभिन्न राज्यों लुधियाना, हिसार, रीवा (मध्यप्रदेश), भुवनेश्वर (उड़ीसा) तिरूपति, तिरूचली, आंध प्रदेश, गुजरात आदि से 25 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। प्रो. बिश्नोई ने कहा कि इस प्रशिक्षण में ऑर्थोपेडिक, लेप्रोस्कोपिक, ऑफ्थैल्मीक, दंत चिकित्सा सर्जरी, सोफ्ट टिश्यू सर्जरी, लेजर सर्जरी डायग्नोस्टिक, सी.टी. स्कैन, सोनोग्राफी आदि विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। देश के विभिन्न वेटरनरी महाविद्यालय के विशेषज्ञ द्वारा ऑन-लाइन व्याख्यान भी प्रस्तुत किये गये। अधिष्ठाता प्रो. हेमन्त दाधीच ने कार्यक्रम समाप्ति पर धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर “प्रशिक्षण संर्दिका” का अतिथियों द्वारा विमोचन किया गया। प्रशिक्षण उपरान्त प्रशिक्षर्थीयों को सर्टिफिकेट वितरित किये गये। प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन सत्र के दौरान अधिष्ठाता स्नातकोत्तर अध्ययन प्रो. राजेश कुमार धूड़िया, निदेशक एच.आर.डी. प्रो. राहुल सिंह पाल, परीक्षा नियन्त्रक प्रो. मनीषा माथुर, फैकल्टी सदस्य, विद्यार्थी एवं प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे। इस प्रशिक्षण में डॉ. साकार पालेचा, डॉ. सुरेश झीरवाल, डॉ. अनिल कुमर बिश्नोई, डॉ. महेन्द्र तंवर एवं डॉ. नरेन्द्र सिंह का सहयोग रहा।
डॉयग्नोस्टिक इमेजिंग यूनिट का हुआ लोकार्पण
बीकानेर 27 जनवरी। राजस्थान पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, बीकानेर में केम्पस परिसर में सोमवार को कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित द्वारा डायग्नोस्टिक इमेजिंग यूनिट का लोकार्पण किया। कुलपति आचार्य दीक्षित ने बताया कि पशुचिकित्सा संकुल बीकानेर के सुद्दढ़ीकरण एवं पशुपालकों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने हेतु विश्वविद्यालय निरन्तर प्रयारत है। पशुशल्य चिकित्सा एवं विकिरण विभाग में इस डायग्नोस्टिक एवं इमेजिंग यूनिट हॉल के बन जाने से यहां छोटे व बड़े जानवरों में डीजीटल एक्स-रे, सोनोग्राफी के कार्य बेहतर एवं सुविधाजनक हो सकेगे। इन संसाधनों के विकसित हो जाने से पशुपालकों का उन्नत एवं बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो पाएगी। इस अवसर पर पूर्व कुलपति राजुवास प्रो. ए.के. गहलोत, अधिष्ठाता एवं प्रति कुलपति प्रों हेमन्त दाधीच, अधिष्ठाता स्नातकोत्तर अध्ययन प्रो. राजेश कुमार धूड़िया, विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।