बीकानेर, 26 मार्च। वेटरनरी कॉलेज, बीकानेर के एपेक्स सेन्टर द्वारा “पशुओं व मुर्गियों में रोग निदान” विषय पर आयोजित पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शनिवार को समापन हुआ। समापन सत्र में मुख्य अतिथि अधिष्ठाता प्रो. आर.के. सिंह ने कहा कि पशुओं में महामारी के दौरान रोग की पहचान होना अति आवश्यक है। जिसके बिना महामारी की रोकथाम करने के लिए कदम उठाना असंभव होता है। उन्होंने कहा कि उचित समय पर रोग की पहचान हो जाने पर इसके प्रकोप को कम करके पशुपालकों को आर्थिक नुकसान से बचाया जा सकता है। इस अवसर पर मानव संसाधन विकास निदेशक प्रो. बी.एन. श्रृंगी ने फील्ड कंडीशन और प्रयोगशालाओं में रोग की पहचान की महत्वता पर प्रकाश डाला। एपेक्स सेन्टर के प्रभारी अधिकारी डॉ. जे.पी. कच्छावा ने बताया कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् द्वारा वित्तपोषित इस प्रशिक्षण में वेटरनरी विश्वविद्यालय के संघटक एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों के 32 अनुसूचित जाति के छात्रों ने प्रशिक्षण लिया। प्रशिक्षण के दौरान संक्रामक रोगों की जांच की विभिन्न तकनीकों की जानकारी पर विषय विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान एवं प्रायोगिक ट्रेनिंग प्रदान की गई। प्रशिक्षण के उपरान्त प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किये गये। प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ. तरूणा भाटी, डॉ. अमित पाण्डे एवं डॉ. लोकेश्वर सिंह का सहयोग रहा।
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