बीकानेर, 28 सितम्बर। विश्व रेबीज दिवस पर वेटरनरी कॉलेज और केनाइन वेलफेयर सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय टीकाकरण शिविर का आयोजन किया गया एवं पालतु श्वानों को रेबीज निरोधक टीके लगाए गये। वेटरनरी विश्वविद्यालय के निदेशक क्लिनिक प्रो. प्रवीण बिश्नोई ने बताया कि कुल 32 पालतु श्वानों को निःशुल्क रेबीज निरोधक टीके लगाए गये तथा श्वान पालकों को रेबीज के टोकन वितरीत किये गये। प्रो. बिश्नोई ने विद्यार्थीयों एवं आमजन को रेबीज बीमारी की भयावहता एवं बचाव के उपायों से अवगत कराया। इस अवसर पर केनाईन वेलफेयर सोसायटी के सचिव एवं सहायक आचार्य डॉ. जे.पी. कछावा ने बताया कि रेबीज एक संक्रामक बीमारी है, जो मनुष्य सहित पशुओं को प्रभावित कर सकती है। मनुष्यों में लगभग 98 प्रतिशत रेबीज के मामले श्वानों के काटने से होते है जिसके कारण भारत में लगभग 30,000 लोगों की मौत हो जाती है। श्वानों में समय पर रेबीज रोधी टीकाकरण के माध्यम से इस रोग के फैलाव को नियन्त्रित किया जा सकता है। इस शिविर के आयोजन में डॉ. दीपिका धूड़िया, डॉ. सीताराम गुप्ता, डॉ. ताराचंद एवं पी.जी. व पी.एच.डी. विद्यार्थियों का सहयोग रहा।
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