बीकानेर 01 जून। वेटरनरी विश्वविद्यालय के संघटक पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, बीकानेर एवं डेयरी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, बीकानेर में ‘विश्व दुग्ध दिवस‘ के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.के. गर्ग ने कहा कि आज दुग्ध उत्पादन में राजस्थान राज्य का पूरे देश में पहला स्थान है। दुग्ध उत्पादन में पशुपालकों का एवं विशेष तौर पर महिला पशुपालकों की बहुत बड़ी भागीदारी है। देशी गौवंश की देश में 40 नस्ल पंजीकृत है जिसमें से 8 नस्ले राजस्थान की है। राज्य में विषम परिस्थियो में भी देशी गौवंश के दुग्ध उत्पादन बहुत अच्छा है हमें इन देशी गौवंशो के संरक्षण एवं उन्नयन को और बढ़ावा देना होगा। दुग्ध व्यवसाय को आर्थिक एवं उन्नत व्यवसाय बनाने हेतु हमें पशुपालकों को वैज्ञानिक तौर पर पशुपालन के तरीके एवं नवाचारों से अवगत करवाना होगा। दुग्ध व्यवसाय से जुडे पशुपालकों के आर्थिक उत्थान हेतु दुग्ध एवं दुग्ध उत्पादों के मूल्य संवर्धन की तकनीकों हेतु पशुपालकों का कौशल विकास करना होगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोटस डेयरी के प्रबंधन निदेशक अशोक मोदी ने विद्यार्थियों एवं शिक्षकों से राज्य एवं बीकानेर जिले में दुग्ध व्यवसाय के विस्तृत इतिहास पर चर्चा की। अशोक मोदी ने बताया कि दुग्ध भोजन के रूप में एक प्राकृतिक वरदान है जिसमें सभी पोषक तत्वों का समावेश है। हमें स्वच्छ दुग्ध उत्पादन के साथ-साथ दुग्ध को खराब होने से बचाने के भी पूरे उपाय रखने चाहिए। दुग्ध व्यवसाय से ना केवल ग्रामीण अपितु शहरी युवा भी इस व्यवसाय से जुडे है। उन्होंने दुग्ध व्यवसाय के परम्परागत ज्ञान के साथ-साथ वैज्ञानिक तकनीकों के उपयोग से व्यवसाय के उत्थान की बात कही। उन्होंने बताया कि आज दुग्ध उत्पादन के साथ-साथ दूध की मांग भी लगातार बढ़ी है। हम दूध एवं दूध उत्पादो में गुणवत्ता बरकरार रखकर इस व्यवसाय को और अधिक उन्नत बना सकते है। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने विद्यार्थियों से संवाद करके दुग्ध व्यवसाय से जुडी-शंकाओं का समाधान किया। अधिष्ठाता डेयरी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, बीकानेर, प्रो. हेमन्त दाधीच ने अपने स्वागत भाषण में बताया कि दुग्ध दिवस मनाने का उद्देश्य आमजन में दुग्ध एवं दुग्ध व्यवसाय के महत्व के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना है। अधिष्ठाता वेटरनरी महाविद्यालय, बीकानेर प्रो. ए.पी. सिंह ने कार्यक्रम समाप्ति पर सभी का धन्यवाद दिया। कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन डॉ. अशोक गौड, ने किया। कार्यक्रम के आयोजन में डॉ. अशोक डांगी, डॉ. साकार पालेचा, डॉ. सीताराम गुप्ता का सहयोग रहा। कार्यक्रम के दौरान निदेशक प्रसार शिक्षा प्रो. राजेश कुमार धूड़िया, निदेशक मानव संसाधन विकास प्रो. बी.एन. श्रृंगी, निदेशक पी.एम.ई. प्रो. बसंत बेस, परीक्षा नियंत्रक प्रो. उर्मिला पानू सहित विश्वविद्यालय के शिक्षक, विद्यार्थी मौजूद रहे।
Follow Us!