बीकानेर, 29 अप्रैल। अक्षय तृतीया पर पतंगबाजी की परंपरा के कारण, मांझे से घायल होने वाले पक्षियों की संख्या में वृद्धि होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए, वेटरनरी विश्वविद्यालय के क्लीनिकल कॉम्प्लेक्स में एक विशेष शल्य चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जा रहा है, ताकि घायल पक्षियों की जान बचाई जा सके। निदेशक क्लीनिक्स प्रो. प्रवीण बिश्नोई ने जानकारी दी कि शिविर में सुबह 8 बजे से शाम 7 बजे तक पशु शल्य चिकित्सकों की एक विशेष टीम केवल घायल पक्षियों के उपचार के लिए तैनात रहेगी। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि इस त्योहार के दौरान किसी भी पक्षी को अनावश्यक कष्ट न सहना पड़े।” हमारी टीम पूरी तरह तैयार है और हम लोगों से अपील करते हैं कि वे घायल पक्षियों को हमारे पास लाए ताकि मुक पक्षियों की जान बचाई जा सके और आम जन इस शिविर का अधिक से अधिक लाभ उठा सकें। शिविर में पक्षियों के लिए विशेष शल्य चिकित्सा उपकरण और दवाइयाँ उपलब्ध होंगी, तथा अनुभवी पशु चिकित्सक उनका ईलाज करेंगे।
कतरियासर में एकीकृत बाल विकास कार्यक्रम का सफल आयोजन
बीकानेर, 28 अप्रैल। यूनिवर्सिटी-सोशल रिस्पोसिबिलिटी के तहत डेयरी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, बीकानेर द्वारा गोद लिए गांव कतरियासर के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में सोमवार को एकीकृत बाल विकास कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों के समग्र विकास को बढ़ावा देना था। कार्यक्रम का आयोजन यूएसआर समन्वयक डॉ. सुनिल कुमार के निर्देशन में किया गया। कौमुदी रावत पी.एचडी. शोधार्थी गृह विज्ञान महाविद्यालय एस.के.आर.यू., बीकानेर ने बच्चों के शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और नैतिक तरक्की के लिए संतुलित आहार के महत्व को विस्तार से समझाया। उन्होंने पोषक तत्वों से भरपूर भोजन और स्वस्थ जीवन जीने के लिए ज़रूरी आदतों पर बल दिया। कार्यक्रम के आयोजन में विद्यालय की प्राचार्य गीता वर्मा एवं अन्य शिक्षणगणों, अगनबाड़ी कार्यक्रर्ता संतोष देवी और अन्य ग्रामीणों को सहयोग रहा।
Follow Us!