बीकानेर 06 जुलाई। विश्व जूनोसिस दिवस के अवसर पर पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, बीकानेर में सेमिनार का आयोजन किया गया। वेटरनरी कॉलेज, बीकानेर के अधिष्ठाता प्रा.े ए.पी. सिंह ने विश्व जूनोसिस दिवस को मनाने के उद्देश्य एवं इतिहास पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। प्रो. सिंह ने बताया कि आमजन को संक्रामक बीमारियों के प्रति जागरूक करना ही इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. आर.के. तंवर, पूर्व निदेशक क्लिनिक्स, वेटरनरी विश्वविद्यालय ने बताया कि लगभग दो सौ प्रकार की जूनोटिक बीमारिया है जो कि पशुओं से मनुष्यों में फैलती है। रेबीज, ब्रुसेलोसिस, टी.बी. आदि प्रमुख संक्रामक बीमारियां है जो कि मनुष्यों में सामान्यतः देखने को मिलती है। पशुचिकित्सक ईलाज के दौरान हाइजीनिक तरीके अपनाकर अपने आप को संक्रमण से बचा सकते है। प्रो. तंवर ने इन बीमारियों के लक्षण दुष्प्रभाव एवं रोकथाम के तरीके के बारे में जनमानस को जागरूक करने की जरूरत बताई। निदेशक अनुसंधान प्रो. हेमन्त दाधीच ने बताया कि वन हेल्थ मिशन के तहत सभी के सम्मिलित प्रयासो से ही हम संक्रामक बीमारियां पर काबू पा सकते है। कार्यक्रम के अतः में प्रो. प्रवीण बिश्नोई, अधिष्ठाता छात्र कल्याण, राजुवास ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. जय प्रकाश कछावा ने किया। इस दौरान कैनाइन वेलफेयर सोसाइटी, बीकानेर के अध्यक्ष प्रो. अनिल आहूजा, फैकल्टी सदस्य एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।
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