बीकानेर 30 जनवरी। वेटरनरी विश्वविद्यालय, बीकानेर एवं पशुपालन विभाग, बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में राज्य सरकार की 100 दिन की कार्य योजना के अंतर्गत मंगलवार को मुकाम ग्राम पंचायत में पशुचिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। अधिष्ठाता प्रो. ए.पी. सिंह ने कहा कि पशुओं में होने वाली विभिन्न संक्रामक बीमारियों एवं अन्य विकारों के कारण पशुओं को उत्पादन क्षमता में गिरावट आती है। जिससे पशुपालकों को सीधा-सीधा आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है। गांव ढाणियों में पशुचिकित्सा शिविरों के माध्यम से हम काफी हद तक पशुपालकों को इन समस्याओं से निजाद दिला सकते है। निदेशक क्लिनिकस प्रो. प्रवीण बिश्नोई ने बताया कि इस शिविर में कुल 206 पशुओं का सर्जिकल, ग्यनाकोलॉजिकल एवं मेडिसिनल बीमारियों का ईलाज किया गया एवं 498 कुपोषित पशुओं में पाइका रोग ईलाज हेतु मिनरल मिक्सचर पशुओं को दिया गया। शिविर के दौरान रेस्क्यू किये गये घायल वन्य जीवों का भी ईलाज किया गया। शिविर के दौरान पशुपालकों को विभिन्न संक्रामक एवं उपापचय बीमारियों से बचाव हेतु सलाहकारी सेवाएं भी प्रदान की गई। शिविर के आयोजन में वेटरनरी विश्वविद्यालय के डॉ. जे.पी. कच्छावा, डॉ. अनिल कुमार बिश्नोई, डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. सूर्य प्रकाश, डॉ. विजय बिश्नोई एवं पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. एस.पी. जोशी डॉ. संदीप खरे, डॉ. रीतु मिड्ढा, डॉ. गजेन्द्र राजपुरोहित, डॉ. हरविन्द्र सिंह, अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के पदाधिकारी गंगाबिशन, जुगल, मुकाम पीठाधीश्वर श्री रामानंद जी महाराज का सहयोग रहा।
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