जयपुर, 16 मार्च। स्नातकोत्तर पशुचिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पी.जी.आई.वी.ई.आर.), जयपुर में गुरूवार को राष्ट्रीय कृषि उच्चतर शिक्षा परियोजना (नाहेप) के अन्तर्गत संस्थान के पशुधन नवाचार ज्ञान एवं उद्यमिता कौशल केन्द्र (लाईक्स) द्वारा ’’दा कशिश-ई लर्निंग सोल्यूशन, बीकानेर’’ के सहयोग से पशुचिकित्सा विद्यार्थियों के लिये उद्यमिता और कौशल विकास पर आयोजित किये जाने वाले चार दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संस्थान की अधिष्ठाता प्रो. शीला चौधरी ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह कार्यशाला विद्यार्थियों में व्यक्तिगत और व्यवसायिक विकास के साथ-साथ उनमें उद्यमिता के गुण विकसित करने में सहायक साबित होगी। इस कार्यशाला में विद्यार्थी व्यवहार, नवीन विचार, रचनात्मकता, जोखिम सहिष्णुता, सफलता के कारकों, व्यवसाय योजना प्रक्रिया तथा उद्यमी बनने के विभिन्न कौशलों के बारे में व्यवहारिक ज्ञान सीखेंगे। कार्यशाला के दौरान विभिन्न सत्रों में विषय वस्तु के अनुसार चार विशेषज्ञ वक्ता अपने ज्ञान एवं अनुभव से विद्यार्थियों में उद्यमिता कौशल विकसित करने का प्रयास करेंगे। प्रथम दिन श्री हरमीत सिंह अरोड़ा ने सृजनात्मकता और नवाचार, समय प्रबन्धन, नेतृत्व विकास, नैतिकता और जुनून आदि विषयों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। विद्यार्थियों के लिये एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इस कार्याशाला में स्नातक तृतीय तथा चतुर्थ वर्ष के 80 विद्यार्थी भाग ले रहे हैं। संस्थान के लाईक्स केन्द्र की सह-मुख्य अन्वेषक डॉ. रश्मि सिंह ने कार्यक्रम का संचालन किया।
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