पारम्परिक बेलगाड़ी की संरचना के तकनीकी सुधार पर मिला पेटेंट

पारम्परिक बेलगाड़ी की संरचना के तकनीकी सुधार पर मिला पेटेंट
बीकानेर, 05 जून। वेटरनरी विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी केंद्र द्वारा पारंपरिक बैलगाड़ी की संरचना में तकनीकी सुधार से संबंधित डिज़ाइन को पेटेंट कार्यालय भारत सरकार द्वारा पेटेंट प्रदान किया गया। यह डिजाईन केंद्र के प्रमुख अन्वेषक डॉ. दिवाकर चौधरी एवं डॉ. अशोक डांगी द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है। इस नए डिज़ाइन में बैलों को केवल भार खींचना होता है, जबकि भार वहन का कार्य शॉकर एवं टायर मैकेनिज्म द्वारा संपन्न होता है। इस संरचनात्मक परिवर्तन के कारण न केवल बैलों की शारीरिक थकावट में कमी आएगी, बल्कि पारंपरिक बैलगाड़ियों में प्रायः देखी जाने वाली गर्दन संबंधी समस्याओं से भी बचाव हो पाएगा। कुलगुरु आचार्य मनोज दीक्षित ने पेटेंट प्राप्ति हेतु संबंधित सभी अधिकारियों को बधाई दी। पेटेंट डिजाइन प्रदर्शन के दौरान निदेशक अनुसंधान प्रो. बी.एन. श्रृंगी, अधिष्ठाता स्नातकोत्तर प्रो. राजेश कुमार धूड़िया निदेशक क्लिनिक्स प्रो. प्रवीण बिश्नोई, केंद्र के प्रभारी डॉ. दिवाकर चौधरी, डॉ. अशोक डांगी, डॉ. अभिषेक गुप्ता, डॉ. जावेद अखतर उपस्थित रहे।