पशु स्वास्थ्य और पशु कल्याण परिप्रेक्ष्य से मानकीकरण का महत्व विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार

बीकानेर 04 जून। वेटरनरी विश्वविद्यालय, बीकानेर के इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी केंद्र, बीकानेर एवं भारतीय मानक ब्यूरो (बी.आई.एस.) नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को “पशु स्वास्थ्य और पशु कल्याण परिप्रेक्ष्य से मानकीकरण का महत्व” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग ने कहा कि वर्तमान समय में मानको का महत्व बहुत बढ़ गया है। आमजन में खाद्य पदार्थाें, उपकरणों, रोजमर्रा उपयोगी सामानों में मानकों के प्रति जागरूकता बढ़ी है। खाद्य पदार्थों में मानकों की पालना ना केवल स्वास्थ्य की दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है अपितु प्रतिस्पर्धा बाजार में खाद्य पदार्थों एवं सामानों के आयात-निर्यात में भी इसकी पालन बहुत आवश्यक है। इस राष्ट्रीय सेमिनार का उद्देश्य विद्यार्थियों में मानकों के महत्व के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना है। सेमिनार की मुख्य वक्ता निताशा डोगर, निदेशक (कृषि खाद्य विभाग) भारतीय मानक ब्यूरो, नई दिल्ली ने कहा कि हम आज बिना मानकों के सामान खरीदने एवं बेचने की कल्पना नहीं कर सकते। आज लगभग बीस हजार से ज्यादा मानकों की सूची है। विद्यार्थियों को यह जानना बहुत आवश्यक है मानकों का महत्व क्या है, मानक प्राप्त करने की प्रक्रिया क्या है और इसके फायदे क्या हैं। किसी भी देश के आर्थिक उत्थान में वहां के उत्पादों में मानकों का बहुत महत्व है। विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. हेमन्त दाधीच ने संबोधित करते हुए कहा कि पशुचिकित्सा, स्वास्थ्य एवं पशुकल्याण के क्षेत्र में मानकों के बारे में जानकारी निश्चित रूप से विद्यार्थियों के लिए लाभकारी रहेगी। कार्यक्रम के शुरू में अधिष्ठाता वेटरनरी कॉलेज, बीकानेर प्रो. ए.पी. सिंह ने स्वागत भाषण दिया एवं सेमिनार की महत्वता पर प्रकाश डाला। इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी केंद्र के प्रमुख अन्वेषक डॉ. अशोक डांगी ने सभी को धन्यवाद दिया। डॉ. दिवाकर चौधरी सेमिनार के आयोजन सचिव रहे। प्रदीप शर्मा एवं प्रशांत, वैज्ञानिक बी.आई.एस. ने मानकों के महत्व पर व्याख्यान प्रस्तुत किये। प्रो. बसन्त बेस निदेशक पी.एम.ई. ने “भारतीय मानक आधार पर केटल एवं इक्वाईन आवास” विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। समारोह के उद्घाटन सत्र में निदेशक एच.आर.डी. प्रो. बी.एन. श्रृंगी, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. प्रवीण बिश्नोई, परीक्षा नियंत्रक प्रो. उर्मिला पानू, शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे। समारोह के दौरान डॉ. बसंत ने मंच संचालन किया।