बीकानेर, 26 मार्च। वेटरनरी विश्वविद्यालय के पशु शल्य चिकित्सा एवं विकिरण विभाग द्वारा पशुचिकित्सकों का ‘फील्ड की परिस्थितियों में पशुओं में एनेस्थीसिया का उपयोग‘ विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण शनिवार को सम्पन्न हुआ। समापन सत्र में पशुचिकित्सकों को सम्बोधित करते हुए अधिष्ठाता प्रो. आर.के. सिंह ने कहा कि फिल्ड की परिस्थितियों में पशु शल्य चिकित्सा के लिए बहुत ही कौशल एवं प्रायोगिक ज्ञान की आवश्यकता पड़ती है अतः इस प्रशिक्षण के माध्यम से शल्य चिकित्सा के दौरान एनेस्थीसिया का उपयोग ज्ञान कौशल वर्धन में सहायक होगा जो कि पशुओं की उन्नत शल्य चिकित्सा में सार्थक परिणाम देंगे। प्रशिक्षण समन्वयक डॉ. प्रवीण बिश्नोई ने बताया कि इस प्रशिक्षण में पशुपालन विभाग के 21 पशुचिकित्सकों ने भाग लिया जिनकों पशुशल्य चिकित्सा के दौरान एनेस्थीसिया का उपयोग, एनेस्थीसिया के गुण, एनेस्थीसिया देने के विभिन्न तरीके, सावधानियां, फ्लुड़ थेरेपि आदि विषयों पर विषय विशेषज्ञों डॉ. एस.के. झीरवाल, डॉ. साकार पालेचा, डॉ. अनिल बिश्नोई, डॉ. महेन्द्र तंवर एवं डॉ. कपिल कच्छावा द्वारा व्याख्यान एवं प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के उपरांत प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण-पत्र दिये गये। समापन समारोह के दौरान प्रो. हेमन्त दाधीच, निदेशक अनुसंधान मौजूद रहे।
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