बीकानेर, 27 जनवरी। वेटरनरी विश्वविद्यालय के जैव चिकित्सा अपशिष्ट निस्तारण एवं प्रौद्योगिकी केंद्र, राजुवास द्वारा बीकानेर पब्लिक स्कूल, करणी नगर, बीकानेर में छात्र छात्राओं हेतु अपशिष्ट निस्तारण जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पशु जैव चिकित्सा अपशिष्ट निस्तारण एवं प्रौद्यौगिकी केंद्र की मुख्य अन्वेषक डॉ. दीपिका धूड़िया ने बताया कि मनुष्य में होने वाली अधिकतर बीमारियां संक्रामक प्रकार की होती है अतः पशु जैव चिकित्सकी अपशिष्ट उचित निस्तारण एवं प्रबंधन से हम ना केवल पशुओं को अपितु मनुष्यों को भी इस संक्रामक बीमारियों के प्रकोप से बचा सकते है एवं वातावरण को भी दूषित होने से बचा सकते है, अतः इस हेतु आम नागरिकों में जागरूकता की आवश्यकता है। जागरूकता कार्यक्रम में केन्द्र के सह अन्वेषक डॉ. मनोहर सैन ने जैविकीय अपशिष्ट के पृथक्करण व भंडारण पर एवं डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने जैव चिकित्सा अपशिष्ट के प्रबंधन एवं निस्तारण विषय पर व्याख्यान दिये। इस कार्यक्रम में बीकानेर पब्लिक स्कूल की प्रधानाध्यापिका शिल्पी खत्री व अन्य शिक्षक गण उपस्थित रहे।
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