बीकानेर, 30 नवम्बर। वेटरनरी विश्वविद्यालय के जैव चिकित्सा अपशिष्ट निस्तारण एवं प्रौद्योगिकी केंद्र, राजुवास द्वारा नवीन शिक्षा निकेतन स्कूल, बीकानेर में छात्र छात्राओं हेतु अपशिष्ट निस्तारण जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पशु जैव चिकित्सा अपशिष्ट निस्तारण एवं प्रौद्यौगिकी केंद्र की मुख्य अन्वेषक डॉ. दीपिका धूड़िया ने जैविकीय अपशिष्ट जो कि अस्पतालों में मानव व पशुओं के उपचार के दौरान निकलता है, जिससे कई प्रकार की पशु जन्य बीमारियां जैसे ब्रूसेलोसिस, ट्यूबरक्यूलोसिस एवं रेबीज इत्यादि के होने का खतरा बना रहता है एवं वातावरण भी दूषित हो सकता है, के विषय पर विस्तृत जानकारी दी। जागरूकता कार्यक्रम में केन्द्र के सह अन्वेषक डॉ. मनोहर सैन ने जैविकीय अपशिष्ट के पृथक्करण व भंडारण पर एवं डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने जैव चिकित्सा अपशिष्ट के प्रबंधन एवं निस्तारण विषय पर व्याख्यान दिये। शिविर में नवीन शिक्षा निकेतन स्कूल, बीकानेर के प्रबंधक कुशाग्र मिश्रा व अन्य शिक्षक गण उपस्थित रहे।
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