बीकानेर 28 मई। वेटरनरी विश्वविद्यालय की प्रसार शिक्षा परिषद् की 9वीं बैठक मंगलवार को कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक को सम्बोधित करते हुए कुलपति प्रो. गर्ग ने कहा कि प्रसार शिक्षा निदेशालय के अन्तर्गत संचालित 16 पशु विज्ञान केन्द्रों एवं कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा राज्य के पशुपालकों के कौशल विकास हेतु आयोजित प्रशिक्षण कार्याक्रमों, रोग निदान सेवाओं और कृषक सलाहकारी सेवाओं के माध्यम से ना केवल राज्य के पशुपालकों एवं युवाओं को पशुपालन आधारित स्वावलम्बन एवं संबल मिल रहा है अपितु राज्य के दूर-दराज गांव ढाणी तक पशुपालकों तक नवीन तकनीकों के हस्तांतरण से आर्थिक उत्थान भी संभव हो रहा है। बहुत से पशुपालकों ने प्रशिक्षण उपरान्त स्वयं के पशुपालन व्यवसाय भी शुरू किये है। प्रो. गर्ग ने कहा कि पशुपालन आधारित अधिकांश कार्य महिलाओं द्वारा सम्पादित किये जाते है अतः प्रशिक्षणों के माध्यम से महिला सशक्तिकरण एवं महिला स्वावलम्बन पर विशेष ध्यान देना होगा। प्रो. गर्ग ने प्रभारी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि पशु विज्ञान केन्द्र एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के उद्देश्यों एवं लक्ष्यों को ध्यान देते हुए कार्य करें तथा पशुपालकों के आजीविका बेहतर बनाने हेतु हर संभव प्रयास करें। बैठक में इच्छुक पशुपालकों हेतु लघुकाल के प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने, पशु विज्ञान केन्द्रों पर मानव संसाधन की पूर्ति पूर्ण करने, केन्द्रों पर लम्बित चार दिवारी के निर्माण कार्य, बोरिंग एवं पेयजल व्यवस्था आदि प्रस्तावों पर चर्चा उपरान्त सहमति की गई। प्रसार शिक्षा निदेशक प्रो. राजेश कुमार धूड़िया ने वर्ष 2022-23 एवं 2023-24 का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए सभी केन्द्रों द्वारा संचालित गतिविधियों को विस्तृत रूप से बताया। उन्होंने प्रसार शिक्षा निदेशालय द्वारा चलाई जा रही विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों सहित “धीणे री बात्यां” कार्यक्रम, यूनिवर्सिटी सोशल रिस्पोसिबिलीटी की जानकारी दी। प्रभारी अधिकारी पशु विज्ञान केन्द्रों द्वारा बैठक में पशु विज्ञान के कार्यों का प्रस्तुतीकरण किया गया। बैठक में विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. हेमन्त दाधीच, अधिष्ठाता वेटरनरी कॉलेज, बीकानेर एवं संकाय अध्यक्ष प्रो. ए.पी. सिंह, अधिष्ठाता वेटरनरी कॉलेज, नवानियां प्रो. आर.के. नागदा, अधिष्ठाता डेयरी टेक्नोलॉजी महाविद्यालय बस्सी (जयपुर) प्रो. धर्म सिंह मीना, निदेशक पी.एम.ई. प्रो. बसंत बैस, परीक्षा नियंत्रक प्रो. उर्मिला पानू, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. प्रवीण बिश्नोई, प्रमुख अन्वेषक पशु विज्ञान केन्द्र डॉ. देवीसिंह, एम.डी.आर.सी.डी.एफ. प्रतिनिधी डॉ. ओमप्रकाश, कृषि विज्ञान केन्द्र एवं पशु विज्ञान केन्द्रों के प्रभारी अधिकारी उपस्थित रहे।
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