बस्सी 01 जून 2024 । डेयरी एवं खाद्य प्रौघोगिकी महाविद्यालय बस्सी,जयपुर में शनिवार 01 जून को विश्व दुग्ध दिवस मनाया गया। महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता अधिष्ठाता प्रो. (डॉ.) धर्म सिंह मीना ने की । इस दौरान महाविद्यालय में कई गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसमे सर्वप्रथम महाविद्यालय के छात्र छात्राओं के बीच दुग्ध आधारित उत्पाद विकसित करने की प्रतियोगिता करवाई गयी, जिसकी थीम “डेयरी उत्पाद में नवाचार” था, इस प्रतियोगिता में छात्र छात्राओं के 06 अलग-अलग समूहों ने हिस्सा लिया, जहा इन समूहों द्वारा अलग अलग डेयरी उत्पाद जैसे – मिल्क शेक, फ्लेवर्ड श्रीखंड, गोल्डन मिल्क, खीर, व्है ड्रिंक्स, एवं स्पाइस्ड पनीर आदि बनाये गए। । महाविद्यालय के संकाय सदस्य डॉ. लोकेश टाक, डॉ. वंदना, डॉ. महेंद्र कुमार ने भाग लिए गए समूहों में से तीन सबसे बेहतरीन दुग्ध आधारित उत्पाद को पुरुस्कार के लिए चुना । तत्पश्चात दोपहर 2 बजे से महाविधालय की तकनिकी कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमे मंच संचालन महाविद्यालय के छात्रा पूनम एवं छात्र चेतन द्वारा किया गया । कार्यशाला में महाविद्यालय के छात्र मुकेश, राहुल निठारवाल, दिव्यराज एवं छात्रा तमन्ना, मनीषा मीणा ने दुग्ध प्रसंस्करण, दुग्ध से बने उत्पात से सम्बन्धित जानकारी को साँझा किया और दुग्ध आधारित मूल्यवर्धन के लिए जागरूक किया। तत्पश्चात कार्यक्रम में “स्वच्छ दुग्ध उत्पादन” के सदर्भ में विशेषज्ञ व्याख्यान महाविधालय के सहायक आचार्य डॉ लोकेश टाक के द्वारा किया गया । कार्यक्रम के दौरान अधिष्ठाता महोदय प्रो. (डॉ.) धर्म सिंह मीना ने अपने सम्बोधन में विश्व दुग्ध दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला और बताया कि दुग्ध हमारे दैनिक आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने बताया कि दुग्ध में आवश्यक पोषक तत्व जैसे कैल्शियम, प्रोटीन, और विटामिन होते हैं जो हमारी सेहत के लिए अत्यंत लाभकारी हैं। उन्होंने यह भी बताया कि विश्व दुग्ध दिवस का उद्देश्य लोगों को दुग्ध और डेयरी उत्पादों के महत्व के बारे में जागरूक करना और दुग्ध उत्पादकों को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादन न केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि यह आर्थिक दृष्टिकोण से भी किसानों के लिए लाभकारी है। अधिष्ठाता महोदय ने महाविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों को भी दुग्ध उत्पादन और इसके वैज्ञानिक पहलुओं पर अध्ययन करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि हमारा महाविद्यालय डेयरी एवं खाद्य क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार के लिए समर्पित है। इसी के साथ अधिष्ठाता महोदय ने डेयरी उधोग में महिलाओ की सहभागिता, मूल्य संवर्धन, डेयरी उत्पादों की व्यापकता, निर्यात बढ़ावा आदि पर अपने विचार प्रकट किये। इसके बाद दुग्ध आधारित उत्पाद प्रतियोगिता में से तीन सबसे बेहतरीन समूहों को पुरुस्कार वितरित किये गए जिसमे प्रथम , द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर क्रमशः “ढोनु, सुरेश, भागचंद, निखिल”, “आलोक, चेतन”, “तमन्ना, पूनम, योगिता, मनीषा” समूह रहे। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्रों सुरेश, प्रकाश यादव, विशाल, राहुल निठारवाल,निखिल चौधरी, एवं योगिता ने सहभागिता दिखाई। महाविद्यालय की छात्र कल्याण समिति के सदस्य डॉ ममता ठाकुर, डॉ वंदना, एवं श्री संजीव कुमार के मार्गदर्शन में कार्यकर्म का सफलता पूर्वक समापन किया गया एवं अंत में डॉ. ममता ठाकुर ने कार्यक्रम में उपस्थित अधिष्ठाता महोदय एवं सभी संकाय सदस्यों, छात्र-छात्राओं और कर्मचारिगणो का धन्यवाद ज्ञापित किया।
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