डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय बस्सी, जयपुर मे मनाया गया राजुवास का 15वां स्थापना दिवस

बस्सी 18 मई 2024। डेयरी एवं खाद्य प्रौघोगिकी महाविद्यालय बस्सी,जयपुर में शनिवार 18 मई को राजुवास का 15वां स्थापना दिवस मनाया गया। महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता अधिष्ठाता प्रो. (डॉ.) धर्म सिंह मीना ने की । इस दौरान महाविद्यालय में कई गतिविधियां का आयोजन किया गया, जिसमे सर्वप्रथम राजस्थान में पड़ रही भीषण गर्मी से पक्षियों को राहत के लिए महाविद्यालय परिसर में कई स्थानों पर परिंडे लगाकर उसमे ठन्डे पानी को भरने का प्रावधान किया गया। इस के पश्चात महाविद्यालय के छात्र छात्राओं के बीच महाविद्यालय एवं विश्वविधालय से संभंधित वीडियोग्राफी प्रतियोगिता करवाई गयी , इस प्रतियोगिता में 10 छात्र छात्राओं के अलग-अलग समूहों ने हिस्सा लिया । महाविद्यालय के 3 संकाय सदस्य डॉ ममता ठाकुर, डॉ. वंदना, श्री संजीव कुमार ने भाग लिए गए समूहों में से तीन सबसे बेहतरीन वीडियो को पुरुस्कार के लिए चुना गया ।
कार्यक्रम का मंच सञ्चालन महाविद्यालय के छात्र राहुल गोरा एवं सुरेश परसरिया द्वारा किया गया । कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र परवीन एवं छात्रा तमन्ना ने विश्वविधालय से संभंधित जानकारी को साँझा किया और एकल उपयोग प्लास्टिक को उपयोग में ना लाने के लिए जागरूक किया। तत्पश्चात कार्यक्रम में एकल उपयोग प्लास्टिक के दुष्परिणामों को दर्शाने के लिए एक लघु डॉक्यूमेंट्री फिल्म को प्रदर्शित किया गया। जिसमे दर्शाया गया की भारत एकल उपयोगी प्लास्टिक का चीन एवं अमेरिका के बाद तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश हैं, और बताया गया की अब तक उत्पादित एकल उपयोगी प्लास्टिक का 9% भी पुनरुपयोग में नहीं लिया गया हैं । कार्यक्रम के दौरान अधिष्ठाता महोदय ने राजुवास की स्थापना, विश्वविधालय के संघटक एवं संभंधित महाविद्यालयों , पशु विज्ञान केन्द्रो, पशुधन अनुसन्धान केन्द्रो , द्विवर्षीय पशुपालन डिप्लोमा संस्थानों इत्यादि की जानकारी प्रदान की एवं राजुवास के गौरवमय इतिहास पर प्रकाश डाला।इसी के साथ प्रोफेसर मीना ने बताया की राजुवास दिन प्रतिदिन चहुमुखी विकास की और अग्रसर होकर भारतवर्ष में अपनी अलग पहचान बना रहा हैं । कार्यक्रम में अधिष्ठाता महोदय ने महाविद्यालय की प्रगति को भी साँझा किया। इसके बाद वीडियो प्रतियोगिता के पुरुस्कार वितरित किये गए जिसमे प्रथम , द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर क्रमशः आलोक, पूनम ,राहुल समूह रहे। डॉ. ममता ठाकुर ने कार्यक्रम के अंत में उपस्थित अधिष्ठाता महोदय एवं सभी संकाय सदस्यों , छात्र-छात्राओं और कर्मचारिगणो का धन्यवाद ज्ञापित किया।