बीकानेर 20 दिसम्बर। वेटरनरी विश्वविद्यालय के पशु जैव विविधता संरक्षण केन्द्र, बीकानेर द्वारा बुधवार को गांव ठुकरियासर (डूंगरगढ़) में जैव विविधता संरक्षण जागरूगता शिविर का आयोजन किया गया। केन्द्र के प्रभारी डॉ. मोहन लाल ने बताया कि गांव ठुकरियासर में स्कूल विद्यार्थियों को पशुजैव विविधता का महत्व, इसकी उपयोगिता और संरक्षण के बारे में जानकारी प्रदान की गई। डॉ. नरसीराम गुर्जर ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि पशुधन विविधता का भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है। राजस्थान को जैव विविधता की दृष्टि से समृद्ध माना जाता है। वर्तमान परिवेश में पशु-पक्षियों एवं पादपों की कई प्रजातियां विलुप्त हो रही है अतः इनके संरक्षण हेतु जैव विविधता के प्रति आमजन को जागरूक करने की आवश्यकता है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल स्कूली 127 विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान पशुपालकों को खनिज लवण मिश्रण का वितरण भी किया गया। जागरूकता कार्यक्रम में डॉ. मिरलानी सारण का भी सहयोग रहा।
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