बीकानेर, 3 दिसम्बर। वेटरनरी विश्वविद्यालय के पशु जैव विविधता संरक्षण केन्द्र द्वारा शनिवार को गांव गाढ़वाला में एक दिवसीय पशु जैव विविधता संरक्षण जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। पशु जैव विविधता संरक्षण केन्द्र के प्रभारी अधिकारी डॉ. मोहनलाल चौधरी ने बताया कि पशु जैव विविधता वातावरण संरक्षण के साथ-साथ पशुपालकों की आर्थिक स्थिति में भी पूर्ण सहयोगी है, लेकिन वर्तमान परिवेश में जलवायु परिवर्तन, औद्योगिक विस्तार, भूमि उपयोग एवं कृषि में तकनीकी विस्तार से जैव विविधता में कमी आयी है। पशु पक्षियों एवं वनस्पति की कई प्रजातियां जागरूकता के अभाव में विलुप्त हो रही है अतः किसानों एवं पशुपालकों में जागरूकता उत्पन्न करके जैव विविधता संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाये जा सकते है। डॉ. नरसीराम गुर्जर ने शिविर के दौरान पशुपालकों को जैव विविधता के महत्व एवं इसके संरक्षण पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। पशुपालकों को इस दौरान खनिज लवण-मिश्रण के पैकेटस भी वितरित किये गये।
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