बीकानेर 25 मार्च। वेटरनरी विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशालय द्वारा यूनिवर्सिटी सोशल रिस्पोसिबिलिटी के अंतर्गत गोद लिए गांव गाढ़वाला में कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण, कृषि विभाग, बीकानेर सहयोग से प्रदर्शन इकाई वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग ने पशुपालकों को संबोधित करते हुए कहा कि वैज्ञानिक पशुपालन तकनीकों को अपनाकर तथा मूल्यसंवर्द्धन द्वारा पशुपालक अधिक से अधिक लाभ कमा सकता है। गोपालन ग्रामीण आर्थिक उन्नति का आधार है। पशुपालक भाई कृषि के साथ-साथ गोपालन अपनाकर स्वावलम्बी हो सकते है। कुलपति प्रो. गर्ग ने कहा कि इन प्रदर्शनी इकाईयों को अपनाकर व वैज्ञानिक ढंग से पशुपालन करने से न केवल उत्पादन बढ़ाया जा सकता है वरन आर्थिक उन्नति भी प्राप्त की जा सकती है। कुलपति ने कहा कि वैज्ञानिक तकनीकों को सीखे, अपनाएं व दूसरों को भी प्रेरित करें। प्रसार शिक्षा निदेशक प्रो. राजेश कुमार धूड़िया ने बताया कि यूनिवर्सिटी सोशल रिस्पोंसिबिलिटी के गाढ़वाला में पशुपालन के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है तथा इस कार्यक्रम में 40 पशुपालकों को वैज्ञानिक विधि द्वारा गोपालन हेतु प्रर्दशन इकाईयों (फीड मेंजर और पशु चटाई) तथा 6 पशुपालकों को वर्मी कम्पोस्ट बेड का वितरण किया। ममता कुमारी, उपपरियोजना निदेशक, आत्मा ने कृषि एवं पशुपालन में हो रहे नवाचारों के बारे में बताया तथा आत्मा के उद्देश्यों एवं गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन यूनिवर्सिटी सोशल रिस्पोंसिबिलिटी के समन्वयक डॉ. नीरज कुमार शर्मा ने किया।
Follow Us!