बीकानेर, 28 जून। वेटरनरी विश्वविद्यालय के अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र, नोहर की दसवीं वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक का आयोजन केवीके परिसर में किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय कुलपति प्रो सतीश के. गर्ग ने अपने उद्बोधन में कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र, नोहर का क्षेत्र के कृषकों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा हैं तथा इस केंद्र द्वारा आगामी समय में तकनीकी प्रसार व अनुसंधान के द्वारा कृषि के क्षेत्र में लाभप्रद आयाम स्थापित करने के प्रयास किये जायेंगे। कुलपति प्रो. गर्ग ने कहा कि वैज्ञानिक तकनीक व कौशल विकास कर किसान अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं, ऐसी तकनीकों का कृषि विज्ञान केन्द्र प्रचार प्रसार करे जिससे की क्षेत्र के किसानों को लाभ मिल सके। निदेशक प्रसार शिक्षा प्रो. राजेश कुमार धूडिया ने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र, नोहर कृषकों, पशुपालकों, महिला किसानों व ग्रामीण युवाओं के हित में निरंतर कार्यरत है। केवीके नोहर को “एक केवीके-एक उत्पाद” पर कार्य करने के लिए निर्देश दिये। डॉ. पी. पी. रोहिल्ला प्रधान वैज्ञानिक, अटारी, जोधपुर ने बैठक में प्रभाव आकलन अध्ययन, आवश्यकता आधारित प्रशिक्षण व आय सृजन गतिविधियों से संबंधित सुझाव साझा किय। इस अवसर पर डॉ सुरेश चंद कांटवा प्रभारी केवीके व अन्य विशेषज्ञों ने गत वर्ष की उपलब्धि व आगामी कार्यरेखा प्रस्तुत की। वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक में उपस्थित विभिन्न विभागों के अधिकारियों, किसानो व महिला किसानों ने अपने सुझाव साझा किये तथा प्रस्तुत सुझावों पर समिति सदस्यों द्वारा विचार विमर्श किया गया। बैठक में दयानन्द काकोडिया (डी डी एम, नाबार्ड), डॉ. अनूप कुमार (वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष, केवीके, सांगरिया), शिवराज सिंह (बाल विकास परियोजना अधिकारी, नोहर), डॉ. कुलदीप सिंह नेहरा (प्रभारी अधिकारी, एल आर एस, नोहर), डॉ. दिनेश जांगिड (पशुपालन विभाग, नोहर), विपिन भादू (सहायक कृषि अधिकारी, उद्यान विभाग, हनुमानगढ़), डॉ. विनोद बेनीवाल (कार्यक्रम समन्वक, शक्तिवर्धक दुग्ध उत्पादक कंपनी), राजेश खिचड (एस वी ओ, नोहर), राजकुमार (एस डी एम, लीड बैंक), कृषि विभाग के अधिकारी, प्रगतिशील महिला एव किसान उपस्थित रहे।
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