बस्सी 14 फरवरी 2024 । डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय बस्सी, जयपुर के परिसर में 14 फरवरी 2024 को वसंत पंचमी का पर्व मनाया गया । पर्व का शुभारम सरस्वती पूजा एवं वंदना के साथ किया गया । इसके पश्चात अधिष्ठाता प्रोफेसर (डॉ.) धर्म सिंह मीना ने अपने अभिवादन में विद्या की देवी मां सरस्वती का शिक्षा के क्षेत्र में महत्व बताया तथा उन्होंने बताया की भारतीय संस्कृति में ऋतुओं का महत्व अत्यंत उच्च माना जाता है और इसका अद्भुत प्रतीक वसंत पंचमी है। यह पर्व भारतीय धर्मानुसार माघ महीने की पंचमी तिथि को मनाया जाता है, जब प्रकृति की अनुपम सुंदरता के साथ-साथ नए जीवन की उमंग भी फूल खिलाती है।
शिक्षा क्षेत्र में, सरस्वती माता का महत्व अत्यधिक है। उनकी कृपा और आशीर्वाद से ही विद्यार्थी ज्ञान की प्राप्ति में सफलता प्राप्त करते हैं। सरस्वती माता के प्रतीक वीणा, किताब, और हंस भगवान की सजीव प्रतिमा हैं, जो शिक्षा और ज्ञान की प्रेरणा को संदर्भित करते हैं। शिक्षा में सरस्वती माता का महत्व इसलिए है क्योंकि वे बुद्धि, विवेक, समझ, और कला के स्वरूप में स्थित हैं। उनकी कृपा से ही शिक्षा क्षेत्र में नई विचारधारा, अनुसंधान, और नवाचार होते हैं।
अधिष्ठाता महोदय ने बताया की हम सभी शिक्षा के क्षेत्र में सरस्वती माता के आशीर्वाद से और उनकी कृपा से सशक्त होकर अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सफल हों। इस पर्व में समस्त कर्मचारीगण एवं छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया । अंत में प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ ।
Follow Us!