क्षेत्रीय परिस्थितियों के अंतर्गत पशु चिकित्सकों का सामान्य शल्य चिकित्सा एवं एनेस्थीसिया पर प्रशिक्षण कार्यक्रम

क्षेत्रीय परिस्थितियों के अंतर्गत पशु चिकित्सकों का सामान्य शल्य चिकित्सा एवं एनेस्थीसिया पर प्रशिक्षण कार्यक्रम

बीकानेर, 08 सितम्बर। राजस्थान पशुचिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय बीकानेर के सर्जरी एवं रेडियोलॉजी विभाग द्वारा उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाडा व प्रतापगढ़ जिलों के टी.एस.पी. क्षेत्र के 20 पशु चिकित्सकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सोमवार से प्रारंभ हुआ। प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि अधिष्ठाता वेटरनरी महाविद्यालय, बीकानेर प्रो. हेमन्त दाधीच ने कहा कि यह प्रशिक्षण टी.एस.पी. क्षेत्रों में कार्यरत पशुचिकित्सकों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा क्योकि इस प्रशिक्षण के माध्यम से सर्जरी की विभिन्न तकनीकों को सीखने का मौका मिलेगा जो की फील्ड की परिस्थितियों में बहुत उपयोगी है। निदेशक प्रसार शिक्षा प्रो. राजेश कुमार धूड़िया ने फील्ड पशुचिकित्सकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से विभिन्न शल्य चिकित्सा एवं एनेस्थीसिया की बारिकीयों को जानने एवं सिखने का मौका मिलेगा जो कि कौशल विकास में सहायक होगी। केन्द्र के मुख्य अन्वेषक प्रो. प्रवीण बिश्नोई ने बताया कि यह प्रशिक्षण भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आई.सी.ए.आर.) के अधीन नेटवर्क प्रोजेक्ट ए.आई.एन.पी. एण्ड डी.आई.एम.एस.सी.ए. के अंतर्गत आयोजित किया गया है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से पशुचिकित्सकों को घाव, नाभि हर्निया, पूछ विच्छेदन, सींग विच्छेदन, कान एवं नेत्र शल्य चिकित्सा के साथ-साथ पशुओं में एनेस्थीसिया की मात्रा, प्रभाव एवं सावधानियां विषय पर व्याख्यान एवं प्रायोगिक तौर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण के आयोजन में वेटरनरी सर्जरी और रेडियोलॉजी विभाग के फैकल्टी डॉ. साकार पालेचा, डॉ. अनिल बिश्नोई और डॉ. महेंद्र तंवर का सहयोग रहेगा।