राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 कार्यान्वयन, चुनौतियां एवं संभावनाएं विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित

राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 कार्यान्वयन, चुनौतियां एवं संभावनाएं विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित
बीकानेर, 20 अगस्त। राजस्थान पशुचिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर एवं अखिल भारतीय राष्ट्रीय शिक्षक महासंघ, राजस्थान (उच्च शिक्षा) के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 कार्यान्वयन, चुनौतियां एवं संभावनाएं विषय पर बुधवार को वेटरनरी महाविद्यालय, बीकानेर में राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलगुरु आचार्य मनोज दीक्षित द्वारा की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता महामंत्री, अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, राजस्थान (उच्च शिक्षा) श्री रिछपाल सिंह राठौड़ ने अपने उद््बोधन में बताया की राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020, 21वी सदी की शिक्षा प्रणाली के लिए एक परिवर्तनकारी दृष्टीकोण प्रस्तुत करती है। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे की कमियां और नियामकीय देरी जैसी चुनौतियों से निपटने हेतु राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुकूल, समावेशी और भविष्य उन्मुख शिक्षा प्रणाली युक्त लक्ष्य प्राप्त किये जा सकते है। इस अवसर पर कुलगुरु आचार्य दीक्षित ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के महत्वपूर्ण भाषा, देश में विविधता एक शक्ति, पौराणिक चिकित्सा पद्धति, गुरुकुल शिक्षा नीति आदि विषयों पर विस्तृत चर्चा की एवं बताया कि भारत ज्ञान, कौशल एवं नवाचारो में विश्वगुरू रहा है। वर्तमान शिक्षा नीति भारत की मौलिक शिक्षा नीति नहीं है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत विद्यार्थियों को बहुभाषाओं एवं बहुविषयों को चुनने एवं सीखने का अवसर मिलता है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति शिक्षा के मौलिक अधिकार के साथ-साथ सतत शिक्षा एवं अनुभवात्मक शिक्षा को भी महत्व दिया गया जो कि रोजगारोन्मुखी शिक्षा है। कुलगुरु आचार्य दीक्षित ने कहा कि शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को भारत के पौराणिक शिक्षा के मूल सिद्धान्तों एवं आधारों को समझना होगा तभी हम सच्चे अर्थों में स्वयं को विश्वगुरु के रूप में स्थापित कर पाएगें। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पश्चिम क्षेत्र प्रमुख, अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, राजस्थान (उच्च शिक्षा) प्रो. दिग्विजय सिंह शेखावत ने बताया की बताया की शिक्षा एक विकसित राष्ट्र के निर्माण की आधार शिला है। भारत एक विकसित राष्ट्र के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 इस कड़ी में एक अहम सौपान सिद्ध होगी। इस शिक्षा नीति का उद्देश्य शिक्षा को अधिक समावेशी, न्यायसंगत और भारतीय संस्कृति के अनुरूप बनाना है। कार्यक्रम के दौरान धन्यवाद ज्ञापन अधिष्ठाता वेटरनरी महाविद्यालय प्रो. हेमन्त दाधीच ने किया एवं मंच संचालन डॉ. प्रतिष्ठा शर्मा ने किया। इस दौरान विश्वविद्यालय के डीन-डॉयरेक्टर, शिक्षक, कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।