बीकानेर 05 मार्च। पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, बीकानेर के एपेक्स सेंटर में पशुचिकित्सकों का पशुओं एवं मुर्गियों में रोग निदान की नवीनतम तकनीकों पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण बुधवार को सम्पन्न हुआ। समापन समारोह को संबोधित करते हुए वेटरनरी महाविद्यालय, बीकानेर के अधिष्ठाता प्रो हेमन्त दाधीच ने कहा कि वेटरनरी विश्वविद्यालय में रोग निदान की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध है प्रशिक्षणों के माध्यम से हमें नवीन तकनीकों के उपयोग एवं संक्रामक रोग को रोकथाम की विधियों को जानने का मौका मिलता है। इस अवसर पर डॉ. बी.एन. श्रृंगी, निदेशक अनुसंधान ने बताया कि रोग निदान पर आधारित इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में जो तकनीकी ज्ञान प्राप्त किया उसको अपने कार्यक्षेत्र में भी उपयोग करें। पशुओं में नये-नये संक्रामक बीमारियों देखने को मिल रही है, जिनका त्वरित निदान आवश्यक होना चाहिए ताकि समय पर उपचार किया जा सके और पशुधन को बचाया जा सके। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि पशुपालन विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ. गीता बेनीवाल ने बताया कि आने वाला समय आधुनिक पद्धतियों को अपनाने का है, जिससे पशु रोगों के मूल कारण को जानना सुलभ हो गया है। पशुचिकित्सक को नवीनतम् तकनीकों का ज्ञान होना आवश्यक है जो कि इन प्रशिक्षणों के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है अतः पशुचिकित्सकों को अपने ज्ञान एवं कौशल को बढ़ावा देने के लिए समय-समय पर प्रशिक्षण लेते रहना चाहिए। प्रशिक्षण के अंत में सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। प्रशिक्षण समन्वयक एवं प्रभारी अधिकारी एपेक्स सेन्टर डॉ. राजेश सिंगाठिया ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी प्रदान की। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान डॉ. रामकुमार ने धन्यवाद ज्ञापन दिया एवं मंच का संचालन डॉ. ममता गुर्जर ने किया।
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