बीकानेर, 18 नवम्बर। यू.जी.सी. के निर्देशानुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति को विश्वविद्यालय के शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में लागू करने के तहत एक बैठक का अयोजन कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग की अध्यक्षता में आयोति की गई। कुलपति प्रो. गर्ग ने बताया कि पशुचिकित्सा एवं पशुपालन का क्षैत्र बहुत व्यापक है अतः राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार हमें पशुचिकित्सा शिक्षा में विभिन्न आयामों पर ध्यान देना होगा ताकिं उद्यमिता को विकसित करने के अवसर उपलब्ध हो सके। कुलपति प्रो. गर्ग ने कहा कि राजस्थान में पशुपालन आजीविका का मुख्य स्त्रोत रहा है अतः राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत पशुचिकित्सा एवं पशुपालन के क्षैत्र में भविष्य की रूपरेखा तैयार करके इस क्षैत्र में अधिक से अधिक रोजगार सृजन करने की आवश्यकता है। विश्वविद्यालय द्वारा इस सन्दर्भ में एक दिवसीय ब्रेन स्टोरमिग सेशन भी आयोजित किया जायेगा। ताकि इस पर मंथन कर इसे प्रभावी रूप से लागू किया जा सकेगा। बैठक में अधिष्ठाता वेटरनरी कॉलेज, बीकानेर प्रो. ए.पी. सिंह, निदेशक अनुसंधान प्रो. हेमन्त दाधीच, निदेशक प्रसार शिक्षा प्रो. राजेश कुमार धूड़िया, निदेशक एच.आर.डी. प्रो. बी.एन. श्रृंगी एवं अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. प्रवीण बिश्नोई उपस्थित रहे तथा अधिष्ठाता पी.जी.आई.वी.ई.आर. प्रो. शीला चौधरी व अधिष्ठाता वेटरनरी कॉलेज नवानियां प्रो. आर.के. नागदा ने ऑनलाइन शिरकत की।
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