बीकानेर, 19 अगस्त। वेटरनरी विश्वविद्यालय के जैव चिकित्सा अपशिष्ट निस्तारण एवं प्रौद्योगिकी केंद्र, राजुवास द्वारा गाढ़वाला में जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पशु जैव चिकित्सा अपशिष्ट निस्तारण एवं प्रौद्यौगिकी केंद्र की मुख्य अन्वेषक डॉ. दीपिका धूड़िया ने बताया कि स्कूली विद्यार्थियों को पोस्टर एवं पेम्पलेट के माध्यम से पशुजैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन एवं निस्तारण का महत्व बताया तथा पशुओं से मनुष्यों में फैलने वाले संक्रामक रोगों के बारे में जानकारी दी। डॉ. मनोहर सैन ने बायोमेडिकल वेस्ट के उचित निस्तारण एवं प्रबन्धन के नियमों के बारे में बताया। डॉ. देवेंद्र चौधरी ने बायोमेडिकल वेस्ट की उचित निस्तारण की विधियों के बारे में अवगत करवाया। कार्यक्रम में स्कूल की प्रधानाध्यापिका पुष्पा मेहता का सहयोग रहा।
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