’’विश्व पशुचिकित्सा दिवस’’ पर पी.जी.आई.वी.ई.आर., जयपुर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन

जयपुर, 29 अप्रैल। स्नातकोत्तर पशुचिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पी.जी.आई.वी.ई.आर.), जयपुर में शनिवार को ’’विश्व पशुचिकित्सा दिवस’’ के अवसर पर संस्थान में निःशुल्क रेबीज टीकाकरण व चिकित्सा शिविर का उद्घाटन डॉ. शैलेष शर्मा, पूर्व निदेशक, पशुपालन विभाग, राजस्थान सरकार, जयपुर व संस्थान की अधिष्ठाता प्रो. (डॉ.) शीला चौधरी द्वारा किया गया। तत्पश्चात् कार्यक्रम का आयोजन संस्थान के सभागार में किया गया जिसमें मुख्य अतिथि, अधिष्ठाता महोदया, संस्थान के संकाय सदस्य तथा विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के आरंभ में संस्थान की अधिष्ठाता प्रो. (डॉ.) शीला चौधरी ने अपने अभिभाषण से सभागार में उपस्थित सभी का स्वागत करते हुए विश्व पशुचिकित्सा दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित की तथा इस वर्ष की थीम ’’पशुचिकित्सा पेशे में विविधता, समानता और समावेशिता को बढ़ावा देना’’ के बारे में जानकारी साझा की। अधिष्ठाता महोदया ने विश्व पशुचिकित्सा दिवस के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए पशु एवं मनुष्य जीवन के आपसी जुडाव के बारे में बताया और पशु स्वास्थ्य कल्याण एवं सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढावा देने हेतु प्रेरित किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. शैलेश शर्मा ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों के जीवन में भविष्य में आने वाले चुनौतियों के बारे में प्रकाश डाला तथा सम्पूर्ण पशुचिकित्सा शिक्षा की जानकारी विद्यार्थियों को होना अति आवश्यक बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रशासनिक सेवाओं व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने हेतु प्रेरित किया। इस अवसर पर आयोजित किये गये पोस्टर व प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। डॉ. सी.एस. सारस्वत द्वारा विश्व पशुचिकित्सा दिवस की थीम पर व डॉ. सुरेन्द्र सिंह शेखावत द्वारा वन हेल्थ पर तकनीकी व्याख्यान दिए गये। प्रतिनिधि विरबेक कम्पनी द्वारा भी इस अवसर पर तकनीकी व्याख्यान दिया गया।
संस्थान में आयोजित निःशुल्क रेबीज टीकाकरण व चिकित्सा शिविर में विभिन्न नस्लों के श्वानों का रेबीज रोग के लिये निःशुल्क टीकाकरण तथा स्वास्थ्य जाँच किया गया। इस अवसर पर श्वान मालिकों को श्वानो के रखरखाव, सन्तुलित आहार, बीमारियों से बचाव तथा टीकाकरण की महत्ता इत्यादि के बारे में जागरूक किया गया। कार्यक्रम के अन्त में डॉ. वाई.पी. सिंह, सहायक अधिष्ठाता छात्र कल्याण ने आगन्तुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा डॉ. मोनिका करनाणी ने मंच संचालन किया।