भारतीय पशुचिकित्सा परिषद् द्वारा वेटरनरी विश्वविद्यालय का निरीक्षण

बीकानेर 27 जुलाई। भारतीय पशुचिकित्सा परिषद् (वी.सी.आई.) नई दिल्ली के तीन सदस्यीय प्रतिनिधि दल द्वारा 27 एवं 28 जुलाई को वेटरनरी विश्वविद्यालय के संघटक वेटरनरी कॉलेज बीकानेर, वेटरनरी कॉलेज उदयपुर एवं पी.जी.आई.वी.ई.आर. जयपुर में वी.सी.आई. न्यूनतम पशुचिकित्सा मानक 2016 के आधार पर उपलब्ध भौतिक सुविधाओ, बुनियाद ढांचे एवं मानव संसाधन को सत्यापित करने हेतु निरीक्षण किया जा रहा है। वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग की अध्यक्षता में गुरुवार को वी.सी.आई. के प्रतिनिधि डॉ. आर. रमेश की विश्वविद्यालय के डीन-डायरेक्टरस एवं विभागाध्यक्षों के साथ मीटिंग आयोजित की गई। मीटिंग के दौरान प्रो. गर्ग ने विश्वविद्यालय की शैक्षणिक एवं शोध प्रगति से अवगत करवाया और बताया कि विश्वविद्यालय के तीनों संघटक महाविद्यालये में वी.सी.आई. के मापदण्ड़ो के अनुसार शैक्षणिक कार्य सुचारू रूप से संचालित है। वी.सी.आई. के अनुसार मानव संसाधन एवं अन्य सुविधाओं के विस्तार हेतु प्रयासरत है। वी.सी.आई. प्रतिनिधि डॉ. आर. रमेश (तमिलनाडु) ने डीन-डॉरेक्टर एवं विभागाध्यक्षों के साथ इन्टरेक्शन किया एवं शैक्षणिक एवं मानव संसाधन की स्थिति की जानकारी प्राप्त की। वी.सी.आई. प्रतिनिधि डॉ. आर. रमेश ने वेटरनरी महाविद्यालय के पशुचिकित्सा संकुल, पशु फार्म, पुस्तकालय, व्याख्यान कक्षो, ऑडिटोरियम, हॉस्टलस, विभागों आदि में उपलब्ध संसाधनो एवं सुविधाओं का भी निरीक्षण किया। वेटरनरी महाविद्यालय बीकानेर के अधिष्ठाता प्रो. ए.पी. सिंह ने महाविद्यालय में संचालित शैक्षणिक एवं सह-शैक्षणिक गतिविधियों एवं उपलब्ध सुविधाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की। पशु जैव चिकित्सा अपशिष्ट निस्तारण एवं प्रौद्योगिकी केंद्र की मुख्य अन्वेषक डॉ. दीपिका धूड़िया द्वारा तैयार “जैव चिकित्सकीय अपशिष्ट उचित निस्तारण एवं प्रबंधन” फोल्डर का विमोचन भी निरीक्षण के दौरान किया गया। वेटरनरी कॉलेज नवानियां उदयपुर में डॉ. इगले संदीप विनायकराव (महाराष्ट्र) एवं पी.जी.आई. जयपुर में डॉ. कथाराजु एल. (बैंगलोर, कर्नाटक) वी.सी. आई. प्रतिनिधि के रूप में निरीक्षण किया। मीटिंग के दौरान निदेशक अनुसंधान प्रो. हेमन्त दाधीच, निदेशक प्रसार शिक्षा प्रो. राजेश कुमार धूड़िया, निदेशक पी.एम.ई. प्रो. बसन्त बैस, निदेशक मानव संसाधन विकास प्रो. बी.एन. श्रृंगी, परीक्षा नियन्त्रक प्रो. उर्मिला पानू, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. प्रवीण बिश्नोई, विभागाध्यक्ष एवं इन्चार्ज मौजुद रहे।