डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय बस्सी जयपुर में एक दिवसीय प्याज प्रसंस्करण कार्यशाला का आयोजन

बस्सी, दिनांक 27.03.2024 । डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय बस्सी जयपुर में एक दिवसीय प्याज प्रसंस्करण कार्यशाला का आयोजन किया गया । जिसके अंतर्गत बस्सी क्षेत्र के लगभग 15 स्थानीय किसानों को निर्जलीकरण विधि द्वारा प्याज के प्रसंस्करण की कार्यशाला का प्रदर्शन किया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि माननीय कुलपति महोदय प्रो. (डॉ.) सतीश कुमार गर्ग, राजस्थान पशुचिकित्सा और पशुविज्ञान विश्विविद्यालय, बीकानेर, वर्चुअल माध्यम से जुड़े । प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित करते हुए माननीय कुलपति महोदय ने कृषि, दुग्ध एवं खाद्य उत्पादों में मूल्यसंवर्धन तकनीकों का उल्लेख किया साथ ही मूल्यसंवर्धन तकनीकों को भारत और राजस्थान सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न कार्यशालाओं द्वारा किसानों और लघुउद्यमी को सशक्त करने के बारे में सुझाव दिया । माननीय कुलपति महोदय द्वारा एक दिवसीय प्याज प्रसंस्करण कार्यशाला का आयोजन करने के लिए महाविद्यालय के अधिष्ठाता महोदय प्रो. (डॉ.) धर्म सिंह मीना एवं समस्त शिक्षण संकाय सदस्यों, छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया । डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, बस्सी, जयपुर, के अधिष्ठाता महोदय प्रो. (डॉ.) धर्म सिंह मीना ने सभी प्याज की खेती करने वाले स्थानीय किसानों को स्वयं सहायता समूह बनाकर प्याज प्रसंस्करण एवं उसके मूल्य संवर्धन करने के लिए प्रेरित किया जिससे प्रतिव्यक्ति आमदनी में इजाफा हो सके और किसानों को मूल्यसंवर्धन तकनीक से परिश्रमिक फल में दुगनी वृद्धि हो सके । कार्यशाला में बस्सी क्षेत्र में कार्यरत सहायक कृषि अधिकारी श्री मुरारी लाल मीना तथा उनके सहयोगियों ने महाविद्यालय की विभिन्न प्रयोगशालाओं जैसे खाद्य प्रसंस्करण, खाद्य सुरक्षा एवं गुणवत्ता का अवलोकन किया ।
उक्त कार्यशाला में मंच का सञ्चालन एवं स्थानीय किसानों का स्वागत डॉ. वंदना ने किया। कार्यशाला के कोर्स कोर्डिनेटर इंजी शफात खान ने अपने संवाद में निर्जलीकरण विधि द्वारा प्याज के प्रसंस्करण कार्यशाला की प्रारूप रेखा का वर्णन किया। डॉ. खुशहाल, एवं डॉ. महेंद्र ने निर्जलीकरण विधि द्वारा प्याज के प्रसंस्करण प्रयोग में आने वाली तकनीकी उपकरणों एवं उनको प्रायोम में लाने की विधियों के बारे में व्यख्यान किया। श्री अजीत रूंडला ने कार्यशाला में माननीय कुलपति महोदय को वर्चुअल माधयम से स्थानीय किसानों को सम्बोधित करने का डिजिटल प्रबंध किया। डॉ. नरेंद्र ने किसानों को प्याज प्रसंस्करण के दौरान खाद्य सुरक्षा से सम्बंधित ध्यान रखने योग्य बातें जैसे की व्यक्तिगत स्वच्छता, प्रयोग में आने वाली तकनीकी उपकरणों की नियमित सफाई करना आदि के बारे सुझाव दिया। कार्यक्रम के समापन पर अधिष्ठाता महोदय ने माननीय कुलपति महोदय वर्चुअल माध्यम से जुड़ने के लिए एवं इस कार्यशाला का आयोजन करने के लिए प्रेरित करने के लिए तथा स्थानीय किसानों को कार्यशाला में भाग लेने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया तथा भविष्य में होने वाली खाद्य प्रसंस्करण कार्यशालाओं में सम्मिलित होने के लिए प्रेरित किया ।