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राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्‍वविद्यालय, बीकानेर Rajasthan University of Veterinary and Animal Sciences, Bikaner (Accredited by VCI and ICAR)

वेटरनरी विश्वविद्यालय फील्ड पशुचिकित्सको का रोग निदान तकनीकों पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण बीकानेर, जयपुर एवं उदयपुर में शुरू फील्ड आधारित रेपीड डायग्नोस्टिक टेस्ट विकसित करने के जरूरत: कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग

बीकानेर 7 मार्च। वेटरनरी विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशालय एवं पशुपालन विभाग, राजस्थान के संयुक्त तत्वावधान में फील्ड पशुचिकित्सकों के लिए भारत सरकार की एस्केड परियोजना के अन्तर्गत पशुओं में रोग निदान एवं नियंत्रण विषय पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन सत्र में पशुचिकित्सकों को सम्बोधित करते हुए कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग ने कहा कि पशुओं में रोग निदान एवं नियन्त्रण हेतु भारत सरकार, राज्य सरकार को विभिन्न परियोजनाओं हेतु वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है। इन परियोजनाओं का सफल क्रियान्वयन, उन्नत डायग्नोस्टिक लैब सुविधा, कुशल मानव संसाधन एवं शल्य एवं जांच उपकरणों के बिना संभव नहीं है। एस्केड परियोजना के माध्यम से जहां एक ओर पशु रोग जाँच प्रयोगशालाओं का सुदृढ़ीकरण होगा वहीं दूसरी और फील्ड में कार्यरत पशुचिकित्सकों को इन प्रशिक्षणों के माध्यम से रोग जाँच एवं पशु रोग उपचार की अत्याधुनिक तकनीकों को सिखने का मौका मिलेगा, जिसका सीधा लाभ ग्रामीण स्तर पर पशुपालकों को मिलेगा। उन्होंने फिल्ड आधारित रेपीड डायग्नोस्टिक टेस्ट विकसित करने हेतु भी सुझाव दिया। निदेशक प्रसार शिक्षा प्रो. राजेश कुमार धूड़िया ने बताया कि भारत सरकार की एस्केड परियोजना के तहत ये पाँच दिवसीय प्रशिक्षण वेटरनरी कॉलेज उदयपुर, बीकानेर एवं पी.जी.आई.वी.ई.आर. जयपुर में आयोजित किए जा रहे है। जिनमें कुल 60 पशुचिकित्सक भाग ले रहे है। इस प्रशिक्षण में विषय विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न विषयों पर व्याख्यानों के साथ-साथ प्रायोगिक कौशल भी प्रदान किया जायेगा। ऑनलाईन जुडे़ प्रो. संजीता शर्मा, अधिष्ठाता, पी.जी.आई.वी.ई.आर. जयपुर ने कहा कि आज कल नई-नई बीमारियों का उद्भव हो रहा है, जो कि पशुओं के साथ-साथ मानव जगत को भी प्रभावित कर रही है अतः हमें एकल स्वास्थ्य मिशन पर फोकस करके कार्य करना होगा। अधिष्ठाता, वेटरनरी कॉलेज, उदयपुर प्रो. राजीव कुमार जोशी ने कहा कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से पशुचिकित्सकों को पशु रोग निदान हेतु विभिन्न तकनीकों का प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है जो कि पशुरोग नियन्त्रण एवं उपचार हेतु बहुत ही महत्वपूर्ण है। उद्घाटन सत्र में पशुपालन विभाग के अतिरिक्त निदेशक बीकानेर डॉ. हुक्माराम, अतिरिक्त निदेशक जयपुर डॉ. प्रकाश भाटी, अतिरिक्त निदेशक उदयपुर डॉ. भूपेन्द्र भारद्वाज ने भी प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित किया। उद्घाटन सत्र में पी.जी.आई.वी.ई.आर., जयपुर द्वारा तैयार प्रशिक्षण मेन्यूल का विमोचन भी अतिथियों द्वारा किया गया। उद्घाटन सत्र में विश्वविद्यालय के डीन-डायरेक्टर भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अशोक डांगी ने किया।