वेटरनरी विश्वविद्यालय आई.सी.ए.आर. के उपनिदेशक (पशु विज्ञान) डाॅ. बी.एन. त्रिपाठी ने किया विश्वविद्यालय का दौरा

बीकानेर, 28 मई। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली के उपनिदेशक (पशु विज्ञान) डाॅ. बी.एन. त्रिपाठी ने वेटरनरी विश्वविद्यालय का दौरा किया तथा पशुचिकित्सा के क्षेत्र में शिक्षण, अनुसंधान एवं प्रसार के कार्यों की जानकारी प्राप्त की। वेटरनरी विश्वविद्यालय, बीकानेर के कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग की अध्यक्षता में शनिवार को एक इन्टरेक्टिव मीटिंग का आयोजन किया गया। कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग ने मीटिंग में विश्वविद्यालय की शैक्षणिक, अनुसंधान एवं प्रसार गतिविधियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की और कहा कि विश्वविद्यालय राज्य में पशुचिकित्सा सेवा, गौ संरक्षण एवं सवंर्द्धन, पशुपालक प्रशिक्षण एवं कौशल विकास एवं इन्र्टप्रन्यूरशिप के क्षेत्र में अपने महाविद्यालयों, पशु अनुसंधान केन्द्रों एवं पशु विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से महत्वपूर्ण सेवाएं प्रदान कर रहा है। डाॅ. बी.एन. त्रिपाठी ने विश्वविद्यालय के कार्यों की सराहना करते हुए सभी को पांच वर्षों के लिए आई.सी.ए.आर. मान्यता की बधाई दी एवं कहा कि विगत वर्षो में वातावरणीय प्रभावों के कारण विष्व में विभिन्न बीमारियों का प्रकोप बढ़ा है इनमे से 75 प्रतिषत बीमारियां जुनोटिक प्रकार की है, जो कि पषुओं के साथ-साथ मनुष्यों को भी प्रभावित करती है। आज हमें उन्नत षोध पर ध्यान देना होगा। वेक्सीन उत्पादन एवं प्रमाणीकरण पर कार्य करना होगा ताकि विभिन्न संक्रामक बीमारियों के प्रकोपो से होने वाले आर्थिक एवं जैविक नुकसान से बचा जा सके। राजस्थान में राज्य सरकार ने पषुपालन की महत्ता को समझते हुए पषुपालक हितार्थ विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन किया है। विष्वविद्यालय को इसी दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए पषुओं की विभिन्न नस्लों को पहचान कर उनके संरक्षण एवं संवर्द्धन के कार्यो को ओर अधिक बल देना होगा। इ.टी.टी., ई.वी.एफ. और कृत्रिम गर्भाधान तकनीकों को अपनाते हुए अच्छे गुणवत्ता वाले जर्मप्लाज्म को राज्य में बढ़ावा देना चाहिए। प्रो. त्रिपाठी ने विष्वविद्यालय द्वारा षिक्षा, अनुसंधान एवं प्रसार कार्यो की सराहना करते हुए नवीन षोधो एवं षोध योजनाओं को बढ़ावा देने का सुझाव दिया। प्रो. त्रिपाठी ने वेटरनरी काॅलेज, बीकानेर के वैक्सीनोलोजी सेन्टर, पशुचिकित्सा संकुल एवं पषु फार्म का भ्रमण किया एवं विष्वविद्यालय द्वारा पषुपालकों के लिए दी जाने वाली पषुचिकित्सा सेवाओं की भूरी-भूरी प्रष्ंासा की। विभागाध्यक्ष,वेटरनरी माईक्रोबाॅयोलाजी प्रो. बी. एन. श्रृंगी ने वैक्सीनोलोजी सेन्टर की कार्यप्रणाली की विस्तृत जानकारी प्रदान की। डाॅ. प्रवीण बिष्नोई प्रभारी क्लिीनिकल काॅम्पलेक्स ने अत्याधुनिक पषुचिकित्सा सुविधाओं की जानकारी प्रदान की। पषुधन अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर के प्रभारी अधिकारी डाॅ. विजय बिष्नोई ने राठी गौवंष के सरंक्षण एवं देषी गौ उत्पादों के बारे में अवगत कराया। इस अवसर पर निदेषक, उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर डाॅ. ए. साहु, निदेषक अष्व अनुसंधान केन्द्र, हिसार डाॅ. यषपाल, प्रमुख वैज्ञानिक सी.एस.डब्ल्यू. आर.आई., अविकानगर (टोंक) डाॅ. राघवेन्द्रसिंह सहित विश्वविद्यालय के कुलसचिव एवं अधिष्ठाता प्रो. आर.के.सिंह सहित डीन-डायरेक्टर, शिक्षक एवं विभागाध्यक्ष मौजूद रहे। निदेषक प्रसार षिक्षा, डाॅ. राजेष कुमार धूड़िया ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. अषोक गौड़ ने किया।