विशिष्ट अतिथि डॉ. जोशी ने गौवंश पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में अपने विचार व्यक्त किए।

नवानियां, 18 जनवरी। पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, नवानियां, उदयपुर के अधिष्ठाता प्रो. (डॉ.) राजीव कुमार जोशी गौवंश: मानव संस्कृति का आधार विषय पर आयोजित दो दिवसीय ऑनलाइन राष्ट्रीय कार्यशाला में विशिष्ट अतिथि पद पर महाविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया। इस कार्यशाला का आयोजन 17 से 18 जनवरी को मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान संकाय, उच्च अध्ययन शिक्षा संस्थान सरदारशहर, चूरू, श्री भंवर लाल दूगङ आयुर्वेद विश्व भारती, गांधी विद्या मंदिर, सरदारशहर, चूरु और गौ विज्ञान अनुसंधान केंद्र, देवलापार, नागपुर के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया। इस कार्यशाला में महाविद्यालय अधिष्ठाता डॉ. राजीव जोशी ने अपने विशिष्ट अतिथि उदबोधन में देशी गौवंश के संवर्धन एवं प्रबंधन पर जोर देते हुए नुक्लेउस ब्रीडिंग सिस्टम, गौवंश की विभिन्न नस्लों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देश-प्रदेश में स्थित गौशालाओं को अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाओं से लैस कर गौशालाओं को पशुपालन की मुख्य धारा से जोड़ा जा सकता हैं। डाॅ. जोशी ने युवा पीढ़ी को अधिक से अधिक गौवंश संरक्षण के प्रति जागरूक बनने और गौवंश उत्पादों को दैनिक जीवन में अपनाने का आव्हान किया। उन्होनें गौशालाओं में गोबर गैस संयत्र की स्थापना, पंचगव्य उत्पादन, गौमूत्र से कीटनाशक, गोबर से ईट, गमले, अगरबत्ती का निर्माण करने का सुझाव दिया। इस कार्यशाला में मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) कर्नल ए.के. गहलोत, पूर्व कुलपति, राजुवास एवं विशिष्ट अतिथि प्रो. (डॉ.) राजेश कुमार धुरिया ने भी अपने विचार व्यक्त किये।