वेटरनरी विश्वविद्यालय बकरी पालन व्यवसाय लघु एवं सीमांत किसानों हेतु वरदान: कुलपति प्रो. गर्ग

बीकानेर 28 मार्च। वेटरनरी विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशालय द्वारा यूनिवर्सिटी सोशल रिस्पोसिबिलिटी के अंतर्गत गोद लिए गांव गाढ़वाला में कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण, कृषि विभाग, बीकानेर सहयोग से प्रर्दशन इकाई वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग ने पशुपालकों को संबोधित करते हुए कहा कि बकरी पालन लघु एवं सीमांत किसानों के लिए वरदान साबित हो सकता है यदि पशुपालक भाई वैज्ञानिक तकनीकों को अपनाते हुए बकरी पालन करें तो उनकी आर्थिक स्थिति में निश्चित ही सुधार हो सकता है। पशुपालकों को नवीनतम तकनीकें अपनाकर पशुपालन करना चाहिए। राजूराम डोगीवाल उपनिदेशक, आत्मा ने कृषि एवं पशुपालन में हो रहे नवाचारों के बारे में बताया तथा आत्मा के उद्देश्यों एवं गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। प्रसार शिक्षा निदेशक प्रो. राजेश कुमार धूड़िया ने यूनिवर्सिटी सोशल रिस्पोंसिबिलिटी के अंतर्गत गाढ़वाला में चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में बताया। इस कार्यक्रम में 50 पशुपालकों को वैज्ञानिक विधि द्वारा बकरी पालन हेतु प्रदर्शन इकाईयों (फीड मेंजर) एवं राजुवास खनिज मिश्रण का वितरण किया। कुलपति प्रो. गर्ग द्वारा इस अवसर पर जन शिक्षण संस्थान के सहयोग से चलाए जा रहे सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि ग्रामीण महिलाओं के लिए सिलाई, कढ़ाई सीख कर आत्मनिर्भर बनना उनके परिवार को संबल प्रदान करना है। इससे ग्रामीण महिलाएं आत्मनिर्भर बनने के साथ साथ आत्म सम्मान की भी हकदार बनती है। सिलाई-कढ़ाई के साथ साथ महिलाओं को अन्य विधाओं पर कौशल प्रशिक्षण की आवश्यकता जतायी गई। इस अवसर पर तलत रियाज ने केन्द्र संचालन संबंधित जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन यूनिवर्सिटी सोशल रिस्पांसिबिलिटी के समन्वयक डॉ. नीरज कुमार शर्मा ने किया। कार्यक्रम के दौरान सरपंच प्रतिनिधि मोहनराम एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।