वेटरनरी विश्वविद्यालय फैकल्टी डेवलपमेन्ट कार्यक्रम के तहत सहायक आचार्यों का हुआ प्रशिक्षण शैक्षणिक एवं शोध की नवीन जानकारी व्यक्तित्व विकास में सहायक: कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग

बीकानेर 11 फरवरी। राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना एवं राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी (नार्म) हैदराबाद के संयुक्त तत्वावधान में वेटरनरी विश्वविद्यालय के 60 सहायक प्राध्यापकों को “नेशनल ट्रेनिंग प्रोग्राम फॉर फैकल्टी डवलपमेन्ट” विषय पर 7 दिवसीय ऑनलाईन प्रशिक्षण आयोजित किया गया। समापन सत्र में कुलपति प्रो. सतीश के गर्ग ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण सहायक प्राध्यापकों के शैक्षणिक एवं अनुसंधान कौशल विकास में सहायक सिद्ध होते है। शैक्षणिक एवं शोध सम्बन्धित नवीन तकनीकों की जानकारी से प्रशिक्षर्णािर्थयों का व्यक्तित्व विकास होता है एवं इनके कार्य में निपुणता आती है। प्रो. गर्ग ने कहा कि कोविड-19 की विपरीत परिस्थितियों में ऑनलाइन शैक्षणिक पद्धति एक अवसर के रूप में उभरी है जो कि छात्रों के लिए बहुत उपयोगी साबित हुई। उन्होंने राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी के प्रशासनिक एवं शैक्षणिक संकाय सदस्यों को धन्यवाद देते हुए भविष्य में इस तरह के प्रशिक्षणो को ऑफ लाईन मोड पर आयोजित करने की मशां जाहिर की। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम निदेशक डॉ. आर.वी.एस. राव ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी एवं कहा कि प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को टीचिंग एवं लर्निंग के मनोवैज्ञानिक सिद्धान्त, केस अध्ययन, क्लास रूम प्रबंधन, सकारात्मक सोच, अनुसंधान परियोजना निर्माण, डाटा विशलेषण, वेटरनरी शिक्षा गुणवत्ता सुधार, डिजिटलाईजेशन एजुकेशन की चुनौतियां एवं अवसर आदि विषयों पर विशेषज्ञों ने व्याख्यान प्रस्तुत किये। इस अवसर पर संयुक्त निदेशक, नार्म डॉ. जी.वेंकटेश्वरलु ने भी अपने विचार व्यक्त किये और कहा कि प्रशिक्षण के माध्यम से प्रशिक्षणार्थियों को विभिन्न शिक्षण शोध एवं प्रबंधन विधियों को सीखने का मौका मिलता है जो कि उनके व्यक्तित्व विकास में एक उत्प्रेरक का कार्य करते है। मुख्य अन्वेषक एन.ए.एच.ई.पी. एवं निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. राजेश कुमार धूड़िया ने बताया कि वेटरनरी विश्वविद्यालय के संघटक पी.जी.आई.वी.ई.आर., जयपुर एवं वेटरनरी कॉलेज, उदयपुर के 30-30 सहायक प्राध्यापकों ने इस प्रशिक्षण में भाग लिया। डॉ. आर.वी.एस. राव ने कार्यक्रम समापन पर सभी को धन्यवाद दिया। समापन सत्र में विश्वविद्यालय के डीन-डॉरेक्ट्स एवं संकाय सदस्यों ने ऑनलाइन शिरकत की।