कुलपति, राजुवास द्वारा पी.जी.आई.वी.ई.आर., जयपुर में पशुचिकित्सा छात्र संघ कार्यालय का उद्घाटन

जयपुर, 10 अक्टूबर। स्नातकोत्तर पशुचिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पी.जी.आई.वी.ई.आर.), जयपुर में सोमवार को पशुचिकित्सा छात्र संघ कार्यालय का उद्घाटन प्रो. (डॉ.) सतीश के. गर्ग, कुलपति, राजुवास के कर-कमलों द्वारा सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में संस्थान की अधिष्ठाता, शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक कर्मचारी, पशुचिकित्सा छात्र संघ के नव निर्वाचित पदाधिकारीगण तथा विद्यार्थी उपस्थित रहे। संस्थान की अधिष्ठाता प्रो. (डॉ.) शीला चौधरी ने स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए कुलपति महोदय को संस्थान की महत्वपूर्ण उपलब्धियों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि संस्थान में वर्ष 2011-12 से स्नातकोत्तर तथा वर्ष 2015-16 से स्नातक की शिक्षा प्रारंभ हुई। पिछले दो वर्षो से लगातार यहाँ के स्नातक विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय स्तर पर गोल्ड मेडल हासिल किया है। उन्होंने संस्थान में छात्रावास की सुविधा नहीं होने, स्नातकोत्तर विद्यार्थियों के अनुसंधान के लिये विशिष्ट स्थान की सुविधा मुहैया कराने, सुसज्जीत परीक्षा कक्ष की कमी आदि की तरफ कुलपति महोदय का ध्यान आकर्षित किया। छात्र संघ के अध्यक्ष श्री हवा सिंह ने अपने उद्बोधन में विश्वविद्यालय के सर्वांगीण विकास के लिये कुलपति महोदय का धन्यवाद किया तथा उनके समक्ष छात्रों की प्रमुख मांगे रखी जिसमें विद्यार्थियों के लिये निर्माणाधीन छात्रावास का कार्य त्वरित गति से पूर्ण करने, स्नातकोत्तर विद्यार्थियों के छात्रवृत्ति में वृद्धि, खेल परिसर का शीघ्र निर्माण आदि प्रमुख थे। कुलपति महोदय ने अपने संबोधन में कहा कि किसी भी संगठन के विकास में युवा शक्ति का महत्वपूर्ण योगदान होता है। उन्होंने छात्र संघ के पदाधिकारियों से कहा कि आप इसे जिस दिशा में लेकर जायेंगे उससे इसकी दशा निर्धारित होगी। अधिष्ठाता तथा छात्र संघ अध्यक्ष द्वारा अपने सम्बोधन के दौरान उजागर किये गये मांगों की चर्चा करते हुए उन्होंने सभी को विश्वास दिलाया कि ये सभी कार्य त्वरित गति से सम्पादित किये जायेंगे। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि उन्हें उनसे बहुत सारी अपेक्षाएं है। आप सभी सक्षम बनें, खुद के प्रति ईमानदार बनें तथा हर क्षेत्र में उत्कृष्ट बनें। आप सभी का एक निश्चित लक्ष्य होना चाहिये तथा उसे प्राप्त करने के लिये सतत् प्रयत्न एवं मेहनत करनी चाहिये। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप सभी को अलग-अलग संस्थानों से विभिन्न डिग्रियाँ हासिल करनी चाहिये जिससे आपको व्यापक अनुभव प्राप्त हो। कार्यक्रम के अन्त में संस्थान के सहायक अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. वाई.पी. सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया तथा डॉ. बरखा गुप्त ने मंच संचालन किया।