कर्नल नितिन शेरावत, निदेशक एन.सी.सी., जयपुर ने किया एन.सी.सी. यूनिट का निरीक्षण

बीकानेर 23 मार्च। निदेशक एन.सी.सी., जयपुर कर्नल नितिन शेरावत ने शनिवार को वेटरनरी महाविद्यालय स्थित 1 राज. आर एण्ड वी. स्क्वाड्रन का दौरा एवं निरीक्षण किया। कर्नल शेरावत ने एन.सी.सी. कैड्स को सम्बोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अन्तर्गत कॉलेज शिक्षा में च्वाईस बेस्ट क्रेडिट सिस्टम (सी.बी.सी.एस.) लागू किया गया है, जिसके अनुसार विद्यार्थी नियमित पाठ्यक्रमों के साथ-साथ अपनी पसंद के सर्टिफिकेट कोर्स भी कर सकते है। कर्नल शेरावत ने केड्स को अनुशासन, लीडरशिप को व्यक्तित्व का हिस्सा बनने का अनुरोध किया। एन.सी.सी. कैंपस निरीक्षण के दौरान केड्स ने हॉर्स जंपिंग, टेंट पैकिंग एवं अन्य गतिविधियों का शानदार प्रदर्शन किया। कर्नल शेरावत ने वेटरनरी महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो. ए.पी. सिंह से औपचारिक मुलाकात करते हुए कॉलेज यूनिट के सेटअप एवं उपलब्धियों प्रशंसा करते हुए इस यूनिट के उत्थान के लिए एनसीसी डायरेक्टरेट जयपुर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया तथा कॉलेज की विभिन्न इकाइयों के बारे में भी जाना। इस अवसर पर एएनओ लेफ्टिनेंट सुनीता चौधरी, सीटीओ डॉ अमित चौधरी, जेसीओ संजय यादव एवं समस्त एनसीसी स्टाफ उपस्थित रहा।

जयपुर, 22 मार्च। स्नातकोत्तर पशुचिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पी.जी.आई.वी.ई.आर.), जयपुर में अध्ययनरत ए.एच.डी.पी. द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों ने अन्तिम वर्ष की परीक्षाएं पूर्ण होने के उपरान्त शुक्रवार को संस्थान की अधिष्ठाता प्रो. शीला चौधरी तथा संकाय सदस्यों का धन्यवाद किया। विद्यार्थियों ने अधिष्ठाता महोदया को अवगत कराया कि उनके मानसरोवर केम्पस से जामड़ोली केम्पस में स्थानान्तरित होने के उपरान्त उनकी शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक गतिविधियों में अत्यधिक सुधार आया तथा उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला। विभिन्न विषयों से संबंधित संस्थान की विशिष्ट संकाय सदस्यों ने निरन्तर उनकी कक्षाएं ली तथा ज्ञान में वृद्धि की। उन्हें एम्बुलेट्री कक्षाओं के तहत् निरन्तर हिंगोनिया गौशाला जाकर पशुचिकित्सा से संबंधित विभिन्न कौशल सीखने का अवसर प्राप्त हुआ। साथ ही संस्थान में अवस्थित विभिन्न फार्मो में जाकर उन्होंने पशुपालन से संबंधित विभिन्न विधाओं के बारे में ज्ञान अर्जित किया। यहां आने के उपरान्त ही उन्हें विभिन्न खेल एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में भी भाग लेने का अवसर प्राप्त हुआ जिससे उनका सर्वांगिक विकास हुआ। इस अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए अधिष्ठाता महोदया ने उन्हें कड़ी मेहतन एवं लगन से अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये प्रेरित किया। उन्होंने विद्यार्थियों को संस्थान में अर्जित ज्ञान का उपयोग कर पशुओं एवं पशुपालकों के उत्थान के लिये कार्य करने का आह्वान किया तथा विश्वास जताया कि वे यहां से जाने के उपरान्त अपने ज्ञान व कौशल का समुचित उपयोग कर संस्थान का नाम रोशन करेंगे।

बस्सी। दिनांक 22 मार्च, 2024। डेयरी एवं खाद्य प्रौघोगिकी महाविद्यालय में शुक्रवार 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम के दौरान अधिष्ठाता प्रो.( डॉ.) धर्म सिंह मीना ने अपने संवाद में जल संकट के विषय पर चिंता व्यक्त की और जल के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि जल हमारे जीवन का अमूल्य तत्व है। यह हमारे दैनिक जीवन में अनिवार्य है और हमारे अस्तित्व के लिए भी आवश्यक है। आज हम जल संकट के एक गंभीर दौर से गुजर रहे हैं, जहां पीने योग्य जल की मात्रा दिन-प्रतिदिन कम होती जा रही है। इस संकट का मुख्य कारण है जल का अत्यधिक दोहन और अनुचित प्रबंधन। अधिष्ठाता महोदय ने आगे बताया कि जल संरक्षण के लिए हमें सामूहिक प्रयास करने होंगे और जल के प्रति जागरूकता फैलानी होगी। उन्होंने जल संरक्षण के लिए कुछ सुझाव भी दिए, जैसे कि वर्षा जल संचयन, जल पुनर्चक्रण और जल प्रदूषण को रोकने के बारे में जानकारी दी। प्रो. मीना ने अपने संवाद को जारी रखते हुए इस वर्ष विश्व जल दिवस की थीम “वाटर फॉर पीस” के संदर्भ में बताया। इस अवसर पर महाविधालय के छात्र – छात्राओं को जल के महत्व को दर्शाने के लिए एक डाक्यूमेंट्री फिल्म दिखाई गयी। इस समारोह में मंच का संचालन डॉ. वंदना ने किया एवं महाविद्यालय के सहायक आचार्य डॉ ममता ठाकुर, डॉ नरेंद्र कुमार एवं छात्र-छात्राओं जिसमे पूनम, प्रवीण और सुरेश ने जल संरक्षण पर अलग अलग माध्यम से अपनी प्रतिभा और जागरूकता का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम के समापन पर अधिष्ठाता महोदय ने “स्पोकुल-24” में प्रतिभागी छात्र – छात्रों को सम्मानित किया। डॉ. ममता ठाकुर ने उपस्थित सभी महाविद्यालय के शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक सदस्यों का धन्यवाद प्रेषित किया।

बीकानेर, 22 मार्च। वेटरनरी विश्वविद्यालय, बीकानेर के प्रो. गोविन्द सहाय गौतम, आचार्य एवं विभागाध्यक्ष, फिजियोलॉजी एवं बायोकैमिस्ट्री, पी.जी.आई.वी.ई.आर., जयपुर को पशुपालन एव मत्स्य विभाग, राजस्थान सरकार, जयपुर के आदेशानुसार माननीय मंत्री, पशुपालन व डेयरी गोपालन एवं देवस्थान श्री जोराराम कुमावत का तकनीकी सलाहकार नियुक्त किया गया है। डॉ. गौतम माननीय मंत्री महोदय को समय समय पर आवश्यकतानुसार पशुपालन व गोपालन के क्षेत्र में नीति निर्धारण, दैनिक कार्यकलापो में अकादमिक व तकनीकी परामर्श उपलब्ध करवाने के प्रायोजन से यह कार्यभार दिया गया है। इसके साथ ही वर्तमान में राज्य में समान विषय व कार्यशैली के आधार पर संचालित दो पशुचिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, जोबनेर, जयपुर व बीकानेर हेतु विभिन्न स्तरों पर समन्वय स्थापित कर सूचनाएं, रिर्पोट एवं प्रस्ताव प्राप्ति व प्राप्त रिर्पोट, सूचनाएं व प्रस्तावों को संकलन उपरांत राज्य सरकार को प्रस्तुत करने के प्रायोजन से डॉ. गौतम को नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया गया।

One Day Workshop on Value Addition Technologies for Processing of Onion in collaboration with Department of Agriculture, Government of Rajasthan is being organized at College of Dairy and Food Technology(CDFT) Bassi, Jaipur on 27th March 2024.

बीकानेर 20 मार्च। वेटरनरी विश्वविद्यालय के सामाजिक विकास एवं सहभागिता प्रकोष्ठ एवं राजस्थान पत्रिका, बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में “समाज और पशुपालन के परिपेक्ष्य में पत्रकारिता का महत्व” विषय पर बुधवार को संगोष्ठी कार्यक्रम रखा गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग ने कहा कि देश की जी.डी.पी. में पशुपालन का बहुत बड़ा योगदान है देश की आजादी के बाद हम खाद्यान एवं पशुउत्पादों में आत्म निर्भर हो गये है लेकिन लघु एवं सीमान्त किसानों एवं पशुपालकों को आज भी पूरा लागत मूल्य नहीं मिल पा रहा है। पत्रकारिता एवं सोशल मीडिया के माध्यम में किसानों एवं पशुपालकों की वस्तुस्थिति, समस्या आदि सरकार के ध्यान में लाकर हम पशुपालन व्यवसाय को और अधिक सुद्दढ़ बना सकते है। प्रेस मीड़िया जहां सूचनाओं को जन-जन तक पहुंचाती है वहां समाजिक सरोकार के कार्य करके राष्ट्र उत्थान में सहायक हो सकते है। विशिष्ट अतिथि कमान्डेट (बी.एस.एफ.) डॉ. गोपेश नाग ने कहा कि पशुचिकित्सा दूर-दराज के क्षेत्र में पशुकल्याण के कार्यों में निहित रहते है। उनका कार्य क्षेत्र बहुत व्यापक है। पत्रकारिता के माध्यम से पशु कल्याण के कार्यों, शोध एवं योजनाओं को आमजन तक पहुचाकर उनके उत्थान एवं जन कल्याण का कार्य कर सकते है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि हरिशंकर आचार्य, उपनिदेशक सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग, बीकानेर ने पत्रकारिता के इतिहास पर विस्तृत जानकारी दी एवं पशुचिकित्सा, पशुकल्याण एवं पशु विज्ञान के कार्यों को समाचार पत्रों में विशेष महत्व देने की जरूरत बताई। कार्यक्रम के दौरान दिनेश चन्द्र सक्सेना सेवानिवृत संयुक्त निदेशक, जन सम्पर्क विभाग, बीकानेर ने कहा कि आज व्यवसायिकता का युग है इसमें हमे आर्थिक परिपेक्ष्य में साथ-साथ समाजिक उत्थान एवं सामाजिक सरोकार को भी महत्व देना होगा। पत्रकारिता का विषय जन मानस के साथ जुड़ा है अतः हमें पत्रकारिता के माध्यम में जनमानस में नाकारात्मक दृष्टिकोण को हटाकर सकारात्मक परिदृश्य को दिखना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान चन्द्रशेखर श्रीमाली ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के समन्वयक निदेशक प्रसार शिक्षा प्रो. राजेश कुमार धूड़िया ने सभी का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी और समाज, संस्था एवं देश के विकास में जनसम्पर्क मीडिया की बहुत बड़ी भागीदारी बताई। प्रति कुलपति प्रो. हेमन्त दाधीच ने सभी को धन्यवाद देते हुए अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के डीन-डायरेक्टर के साथ-साथ फैकल्टी सदस्य एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।

बस्सी 20 मार्च 2024। डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, बस्सी के प्रतिभागी छात्र-छात्राएं इंटर-कॉलेज खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम “स्पोकुल-24″में भाग लेकर दिनांक 19 मार्च 2024 को प्रातः महाविद्यालय पहुंचे । राजुवास विश्वविद्यालय द्वारा दिनांक 15 मार्च 2024, से 18 मार्च 2024 तक सीवीएएस बीकानेर में “स्पोकुल-24” का आयोजन किया गया, जिसमें सीडीएफटी बस्सी महाविद्यालय से चौदह छात्र, चार छात्राएं एवं दो टीम मैनेजर सहित कुल 20 लोगों ने भाग लिया । इन प्रतियोगिताओं में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अपने खेल एवं सांस्कृतिक कौशल का प्रदर्शन किया । छात्र-छात्राओं के महाविद्यालय में पहुंचने पर महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रोफेसर (डॉ) धर्म सिंह मीना ने पूरी टीम को विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन एवं अनुशासन रखने के लिए हौसला अफजाई करते हुए बधाई दी एवं छात्र-छात्राओं को खेल भावना से ओतप्रोत रहने के निर्देश दिए । इन प्रतियोगिताओं में महाविद्यालय की छात्रा मनीषा मीना 800 मीटर दौड़ में प्रथम स्थान, 400 मीटर दौड़ में द्वितीय स्थान पर एवं 200 मीटर दौड़ में तृतीय स्थान पर, पर रही । इसी क्रम में महाविद्यालय के छात्र राहुल निठारवाल 400 मीटर दौड़ में द्वितीय स्थान पर रहे एवं छात्रा तमन्ना चौधरी 100 मीटर दौड़ में द्वितीय स्थान पर रही । 400 मीटर रिले दौड़ में महाविद्यालय की छात्राये तमन्ना, पूनम, योगिता एवं मनीषा मीना सयुक्त रूप से द्वितीय स्थान पर रही । इसी क्रम में छात्र एवं छात्राओं को उनके अनुशासन के फलस्वरूप महाविद्यालय को विश्वविद्यालय द्वारा एक विशिष्ट पुरस्कार “स्पोर्ट्समैनशिप स्पिरिट” से नवाजा गया । ज्ञातव्य रहे की डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय बस्सी, जयपुर के छात्र एवं छात्राएं दिनांक 15 मार्च, 2024 शुक्रवार से प्रारंभ हुए इंटर-कॉलेज खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम “स्पोकुल-24” के लिए राजुवास बीकानेर रवाना हुए थे । इस कार्यक्रम के लिए दिनांक 11 मार्च, 2024 सोमवार को छात्र छात्राओं के मध्य विभिन्न खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का ट्रायल करवाया गया, इसके बाद खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर टीम का निर्धारण किया गया था।

बस्सी 19 मार्च 2024। डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय बस्सी जयपुर की सहायक प्राध्यापिका डॉ ममता ठाकुर ने खाद्य उद्योग क्षमता और कौशल पहल (FICSI), नई दिल्ली द्वारा आयोजित प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना(PMKVY) के तहत 15 से 18 मार्च 2024 तक क्राफ्ट बेकर के प्रशिक्षण के लिए ऑनलाइन व्याख्यान दिया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 25 प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया । यह प्रशिक्षण कार्यक्रम विशेष रूप से प्रतिभागियों को बेकिंग उद्योग में अपनी भूमिकाओं तथा जिम्मेदारियां में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आयोजित किया गया था।
डॉ ठाकुर ने प्रतिभागियों को बेकिंग में सफल करियर के लिए आवश्यक विषयों की विस्तृत श्रृंखला से अवगत कराया। प्रशिक्षण में ब्रेडए बिस्किट और केक उत्पादन के तकनीकी पहलू पर प्रकाश डाला गयाए जिसमे प्रतिभागियों को बेकरी सामग्री ;मैदाए आटाए खमीरए चीनीए वसाए आदिद्ध की भूमिकाए रेसिपी निर्माणए उनकी विभिन्न उत्पादन तकनीकेंए उत्पाद में दोषों की पहचान और संबंधित उपचार के बारे में जानकारी दी गयी। इसके अलावा प्रशिक्षण के दौरान बेकरी सुविधाओं की स्थापनाए खाद्य सुरक्षा मानकों का पालनए कुशल अपशिष्ट प्रबंधन एवं रीसाइक्लिंगए ऊर्जा संरक्षण तकनीक और कार्यस्थल में दुर्घटना प्रबंधन के ऊपर भी प्रकाश डाला गया।
चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंत में डॉण् ममता ठाकुर ने कौशल भारत पहल में योगदान देने का अवसर प्रदान करने के लिए अधिष्ठाता महोदय प्रो. (डॉ). धर्म सिंह मीना और खाद्य उद्योग क्षमता और कौशल पहल(FICSI), नई दिल्ली का आभार व्यक्त किया।

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  1. कर्नल नितिन शेरावत, निदेशक एन.सी.सी., जयपुर ने किया एन.सी.सी. यूनिट का निरीक्षण
  2. ए.एच.डी.पी. द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों ने अधिष्ठाता, पी.जी.आई.वी.ई.आर., जयपुर किया धन्यवाद
  3. डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय बस्सी, जयपुर मे मनाया गया विश्व जल दिवस
  4. राजुवास के डॉ. गौतम पशुपालन एवं डेयरी मंत्री के तकनीकी सलाहकार एवं नोडल अधिकारी नियुक्त
  5. One Day Workshop on Value Addition Technologies for Processing of Onion at CDFT Bassi, Jaipur
  6. समाज और पशुपालन के परिपेक्ष्य में पत्रकारिता का महत्व पर संगोष्ठी का आयोजन
  7. डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय बस्सी, के छात्र छात्राये इंटर-कॉलेज खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम “स्पोकुल-24” में भाग लेकर पहुँचे महाविद्यालय
  8. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत क्राफ्ट बेकर के प्रशिक्षण के लिए ऑनलाइन व्याख्यान दिया ।
  9. खेल-सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं “स्पोकल-24“ का हुआ भव्य समापन समारोह
  10. वेटरनरी विश्वविद्यालय “स्पोकल-24” द्वितीय दिन हुए विभिन्न मुकाबले
  11. वेटरनरी विश्वविद्यालय प्रबंध मण्डल की 34वीं बैठक सम्पन्न
  12. राजुवास “स्पोकल-24” का हुआ शुभारंभ नियमित स्पोर्ट्स तनाव एवं रोगों को कम करने में सहायक: कुलपति प्रो सतीश के. गर्ग
  13. पी.जी.आई.वी.ई.आर., जयपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष शिविर प्रेरक व्याख्यान का आयोजन
  14. डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय बस्सी, जयपुर से इंटर-कॉलेज खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम “स्पोकुल-24” के लिए राजुवास बीकानेर रवाना हुए प्रतिभागी।
  15. कुलपति प्रो. गर्ग ने राज्यपाल से की शिष्टाचार भेंट
  16. ’’स्पोकल-24’’ में भाग लेने पी.जी.आई.वी.ई.आर., जयपुर का दल रवाना
  17. कुलपति, राजुवास, बीकानेर का पी.जी.आई.वी.ई.आर., जयपुर भ्रमण
  18. पी.जी.आई.वी.ई.आर., जयपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना के अन्तर्गत योगाभ्यास सत्र का आयोजन
  19. पी.जी.आई.वी.ई.आर., जयपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना के अन्तर्गत जन सामान्य जागरूकता अभियान
  20. कुलपति महोदय राजुवास बीकानेर ने किया डेयरी एवं खाद्य प्रौद्यागिकी महाविद्यालय का भ्रमण