पी.जी.आई.वी.ई.आर., जयपुर में डॉ. बी.आर. अम्बेडकर की 134वीं जयंती पर कार्यक्रम आयोजित

जयपुर, 14 अप्रैल। स्नातकोत्तर पशुचिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पी.जी.आई.वी.ई.आर.), जयपुर में रविवार को भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 134वीं. जयन्ती मनाई गई। इस अवसर पर उपस्थित संकाय सदस्यों तथा विद्यार्थियों ने बाबा साहेब की फोटो पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। संस्थान के सहायक अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. वाई.पी. सिंह ने सभी को सम्बोधित करते हुए कहा कि बाबा साहेब का जीवन सामाजिक समरसता, समानता एवं कर्तव्य निष्ठा का एक जीवंत उदाहरण है। भारत के संविधान निर्माण में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाता रहेगा। हमें उनके विचारों एवं आदर्शो को अपने जीवन में आत्मसार करना चाहिए। डॉ. चन्द्रशेखर सारस्वत ने बाबा साहेब के जीवन पर विस्तारपूर्वक चर्चा की तथा समाज के उत्थान के लिए उनके द्वारा किये गये कार्यो को सभी के समक्ष प्रस्तुत किया। विद्यार्थियों ने भी उनके जीवन परिचय पर अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम के दौरान संकाय सदस्य तथा विद्यार्थी मौजूद रहे।

बीकानेर 14 अप्रेल। वेटरनरी विश्वविद्यालय में भारतीय संविधान के जनक, भारत रत्न, बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 134 वीं जयंती रविवार को मनाई गई। कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के विचार, सामाजिक सरोकार के कार्य आज भी प्रासंगिक है। बाबा साहेब का एक शिक्षाविद, अर्थशास्त्री एवं संविधान निर्माता के रूप में योगदान हमेशा जाना जाता रहेगा। हमें यह विचार करना चाहिए देश की जो वर्तमान में सामाजिक एवं राजनैतिक व्यवस्थाएं है यह हमारी पुराने समय की व्यवस्थाओं से कैसे भिन्न हुई। भारतीय संस्कृति सामाजिक समानता, समरसता एवं सर्वकल्याण की भावना से निहित है लेकिन कालांतर में कुल विडंबनाओं एवं कुरीतियों के चलते सामाजिक व्यवस्थाओं में विकार उत्पन्न हुए। बाबा साहेब ने सामाजिक शिक्षा एवं कानून के माध्यम से इन कुरीतियों का निवारण करते हुए देश को एकता, अखंडता एवं समरसता का संदेश दिया। प्रो. गर्ग ने सभी को बाबा साहेब के बताए आदर्शों का अनुसरण करने को कहा। प्रति कुलपति प्रो. हेमंत दाधीच ने देश में आदिकाल से कर्म व्यवस्था की जानकारी देते हुए कहा कि बाबा साहेब ने दलित उत्थान एवं सर्वकल्याण के कार्यों को महत्व दिया। उन्होंने बाबा साहेब को एक विचारधारा बताते हुए उनके व्यक्तित्व एवं देश में योगदान की बात कही। अधिष्ठाता प्रो. ए.पी. सिंह ने सभी का स्वागत किया एवं अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर बहु-प्रतिभा के धनी थे उन्होंने समाज में व्याप्त छुआछूत, असमानता, भेदभाव जैसी कुरीतियों समाप्त करने एवं विश्व विख्यात लोकतांत्रिक भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस अवसर पर वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग सहित वेटरनरी कॉलेज के अधिष्ठाता प्रो. ए.पी. सिंह, महाविद्यालय के निदेशक, अधिकारी, शिक्षक, कर्मचारी एवं विद्यार्थियों ने उनके छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर उनको याद किया। इस अवसर पर डॉ. राजकुमार एवं छात्रा रति जलथूरिया ने भी अपने विचार व्यक्त किये और बताया कि बाबा साहेब ने अपना जीवन छुआछूत को मिटाकर समाज में सामाजिक समरसता एवं न्याय व्यवस्था को बनाने में दिया। जयंती समारोह के दौरान विश्वविद्यालय के निदेशक प्रसार शिक्षा प्रो. राजेश कुमार धूड़िया, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. प्रवीण बिश्नोई, परीक्षा नियंत्रक प्रो. उर्मिला पानू, फैकल्टी सदस्य, कर्मचारी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे। डॉ. नीरज कुमार शर्मा ने मंच का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापित किया।

बीकानेर, 8 अप्रैल। राजस्थान पशुचिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर के आगामी सातवें दीक्षांत समारोह एवं पन्द्रहवें स्थापना दिवस के आयोजन हेतु विभिन्न तैयारियों एवं सुझावों हेतु कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग की अध्यक्षता में सोमवार को बैठक का आयोजन किया गया। कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग ने बताया कि वेटरनरी विश्वविद्यालय का सातवां दीक्षांत समारोह आगामी जून महीने में आयोजन हेतु कुलाधिपति एवं माननीय राज्यपाल कलराज मिश्र को अनुमति हेतु प्रस्तावित है। कुलपति प्रो. गर्ग ने दीक्षांत समारोह के गरिमामय आयोजन हेतु स्नातक, स्नातकोत्तर एवं विद्यावाचस्पति हेतु कुल डिग्रीयों की संख्या, स्वर्ण एवं रजत पदक, समारोह आयोजन का स्थान, विशिष्ट अतिथियों हेतु प्रस्तावित नाम आदि विषयों पर विस्तृत चर्चा की एवं सुझाव आंमत्रित किये। कुलपति प्रो. गर्ग ने विश्वविद्यालय के 18 मई को आयोजित होने वाले पन्द्रहवें स्थापना दिवस आयोजन हेतु विभिन्न तैयारियों की समीक्षा की एवं आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किये। बैठक में कुलपति प्रो. गर्ग ने आगामी मई माह में आयोजित होने वाली प्रसार शिक्षा परिषद् एवं शोध परिषद् की बैठकों हेतु भी आवश्यक दिशा निर्देशन एवं सुझाव साझा किये। बैठक के प्रारंभ में प्रति कुलपति प्रो. हेमंत दाधीच ने बैठक में सभी का स्वागत करते हुए बैठक के एजेंडे को बताया। बैठक के दौरान अधिष्ठाता प्रो. ए.पी. सिंह, कुलसचिव बिन्दु खत्री, वित्त नियंत्रक बी.एल. सर्वा, निदेशक प्रसार शिक्षा प्रो. राजेश कुमार धूड़िया, निदेशक पीएमई प्रो. बसंत बैस, निदेशक मानव संसाधन विकास प्रो. बी.एन. श्रृंगी, परीक्षा नियंत्रक प्रो. उर्मिला पानू, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. प्रवीण बिश्नोई, स्टेट अधिकारी (भू-कार्य) पंकज सोलंकी एवं विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में अधिष्ठाता पी.जी.आई.वी.ई.आर. जयपुर, प्रो. शीला चौधरी, अधिष्ठाता वेटरनरी कॉलेज, नवानियां प्रो. आर.के. नागदा, अधिष्ठाता डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय बस्सी, जयपुर प्रो. धर्म सिंह मीना ने ऑनलाइन माध्यम से शिरकत की।

बीकानेर, 8 अप्रैल। राजस्थान पशुचिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर के अंतर्गत डेयरी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, बीकानेर एवं डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, बस्सी, जयपुर में सत्र 2024-25 में प्रवेश हेतु आवेदन प्रक्रिया जारी है। अधिष्ठाता डेयरी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, बीकानेर प्रो. हेमंत दाधीच ने बताया कि वेटरनरी विश्वविद्यालय के संघटक डेयरी महाविद्यालयों में प्रवेश आगामी 2 जून को आयोजित होने वाली संयुक्त प्रवेश परीक्षा प्रक्रिया (जेट-2024) के माध्यम से किया जायेगा। बारहवीं कक्षा में पी.सी.एम. (गणित) विषय वाले विद्यार्थी इन डेयरी महाविद्यालयों में प्रवेश ले सकते है। गौरतलब है कि वेटरनरी विश्वविद्यालय के अन्तर्गत बीकानेर में डेयरी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय तथा बस्सी जयपुर में डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय संचालित है। सत्र 2024-25 हेतु जेट-2024 प्रवेश परीक्षा की आवेदन की अंतिम दिनांक 15 अप्रैल 2024 है।

बस्सी 06 अप्रैल 2024। डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय बस्सी, जयपुर के अधिष्ठाता प्रो. (डॉ). धर्मसिंह मीना ने 06 अप्रैल 2024 को श्री बलराम उच्च माध्यमिक आदर्श विद्या मंदिर विद्यालय, बस्सी के वार्षिक समारोह कार्यक्रम में विशिष्ट मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। प्रो. (डॉ). मीना की उपस्थिति ने छात्रों में उत्साह और प्रेरणा का संचार किया तथा उन्हें नई शिक्षा नीति 2020 के बारे में जागरूक किया जो अध्ययन के दौरान प्रवेश और निकास की अनुमति देती है और आजीवन सीखने को बढ़ावा देती है । डॉ. मीना ने तकनीकी विषय खाद्य और दुग्ध प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विशाल कैरियर के अवसरों और आशाजनक भविष्य के बारे में बताया। अधिष्ठाता महोदय ने कहा कि 12वीं कक्षा में पीसीएम (PCM) उत्तीर्ण करने वाले छात्र संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JET) 2024 उत्तीर्ण करके बीटेक फूड टेक्नोलॉजी और बीटेक डेयरी टेक्नोलॉजी में प्रवेश ले सकते हैं। इन पाठ्यक्रमों में छात्र खाद्य और डेयरी से संबंधित उत्पादों के निर्माण, वितरण, पैकेजिंग और गुणवत्ता प्रबंधन के बारे में सिखाया जाता है।
अधिष्ठाता महोदय ने विद्यार्थियों से अपने कौशल में सुधार कर राष्ट्र निर्माण एवं विकास में भाग लेने को कहा। डॉ. मीना के व्यावहारिक शब्दो ने न केवल शिक्षा के महत्व को बढ़ाया बल्कि छात्रों में महत्वाकांक्षा की भावना भी जगाई। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़ कर शैक्षणिक कार्यक्रम में भाग लिया। शैक्षणिक सत्र के दौरान पढ़ाई, खेल और पाठ्येतर गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। अधिष्ठाता महोदय के अलावा अन्य अतिथियों में श्री लाल चाँद शर्मा एवं श्रीमती मनीषा, विद्यालय प्रधानाचार्य, परवीन अग्रवाल, वाईस प्रिंसिपल, आनंद इंजीनियरिंग कॉलेज, जयपुर, श्री राम दयाल सैनी, सामाजिक, युवा संसथान सचिव, श्री जगमोहन शर्मा रिटायर्ड अध्यापक और डॉ. ममता ठाकुर ने भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और विद्यार्थियों को प्रेरित किया।

बस्सी, दिनांक 27.03.2024 । डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय बस्सी जयपुर में एक दिवसीय प्याज प्रसंस्करण कार्यशाला का आयोजन किया गया । जिसके अंतर्गत बस्सी क्षेत्र के लगभग 15 स्थानीय किसानों को निर्जलीकरण विधि द्वारा प्याज के प्रसंस्करण की कार्यशाला का प्रदर्शन किया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि माननीय कुलपति महोदय प्रो. (डॉ.) सतीश कुमार गर्ग, राजस्थान पशुचिकित्सा और पशुविज्ञान विश्विविद्यालय, बीकानेर, वर्चुअल माध्यम से जुड़े । प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित करते हुए माननीय कुलपति महोदय ने कृषि, दुग्ध एवं खाद्य उत्पादों में मूल्यसंवर्धन तकनीकों का उल्लेख किया साथ ही मूल्यसंवर्धन तकनीकों को भारत और राजस्थान सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न कार्यशालाओं द्वारा किसानों और लघुउद्यमी को सशक्त करने के बारे में सुझाव दिया । माननीय कुलपति महोदय द्वारा एक दिवसीय प्याज प्रसंस्करण कार्यशाला का आयोजन करने के लिए महाविद्यालय के अधिष्ठाता महोदय प्रो. (डॉ.) धर्म सिंह मीना एवं समस्त शिक्षण संकाय सदस्यों, छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया । डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, बस्सी, जयपुर, के अधिष्ठाता महोदय प्रो. (डॉ.) धर्म सिंह मीना ने सभी प्याज की खेती करने वाले स्थानीय किसानों को स्वयं सहायता समूह बनाकर प्याज प्रसंस्करण एवं उसके मूल्य संवर्धन करने के लिए प्रेरित किया जिससे प्रतिव्यक्ति आमदनी में इजाफा हो सके और किसानों को मूल्यसंवर्धन तकनीक से परिश्रमिक फल में दुगनी वृद्धि हो सके । कार्यशाला में बस्सी क्षेत्र में कार्यरत सहायक कृषि अधिकारी श्री मुरारी लाल मीना तथा उनके सहयोगियों ने महाविद्यालय की विभिन्न प्रयोगशालाओं जैसे खाद्य प्रसंस्करण, खाद्य सुरक्षा एवं गुणवत्ता का अवलोकन किया ।
उक्त कार्यशाला में मंच का सञ्चालन एवं स्थानीय किसानों का स्वागत डॉ. वंदना ने किया। कार्यशाला के कोर्स कोर्डिनेटर इंजी शफात खान ने अपने संवाद में निर्जलीकरण विधि द्वारा प्याज के प्रसंस्करण कार्यशाला की प्रारूप रेखा का वर्णन किया। डॉ. खुशहाल, एवं डॉ. महेंद्र ने निर्जलीकरण विधि द्वारा प्याज के प्रसंस्करण प्रयोग में आने वाली तकनीकी उपकरणों एवं उनको प्रायोम में लाने की विधियों के बारे में व्यख्यान किया। श्री अजीत रूंडला ने कार्यशाला में माननीय कुलपति महोदय को वर्चुअल माधयम से स्थानीय किसानों को सम्बोधित करने का डिजिटल प्रबंध किया। डॉ. नरेंद्र ने किसानों को प्याज प्रसंस्करण के दौरान खाद्य सुरक्षा से सम्बंधित ध्यान रखने योग्य बातें जैसे की व्यक्तिगत स्वच्छता, प्रयोग में आने वाली तकनीकी उपकरणों की नियमित सफाई करना आदि के बारे सुझाव दिया। कार्यक्रम के समापन पर अधिष्ठाता महोदय ने माननीय कुलपति महोदय वर्चुअल माध्यम से जुड़ने के लिए एवं इस कार्यशाला का आयोजन करने के लिए प्रेरित करने के लिए तथा स्थानीय किसानों को कार्यशाला में भाग लेने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया तथा भविष्य में होने वाली खाद्य प्रसंस्करण कार्यशालाओं में सम्मिलित होने के लिए प्रेरित किया ।

बीकानेर 23 मार्च। निदेशक एन.सी.सी., जयपुर कर्नल नितिन शेरावत ने शनिवार को वेटरनरी महाविद्यालय स्थित 1 राज. आर एण्ड वी. स्क्वाड्रन का दौरा एवं निरीक्षण किया। कर्नल शेरावत ने एन.सी.सी. कैड्स को सम्बोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अन्तर्गत कॉलेज शिक्षा में च्वाईस बेस्ट क्रेडिट सिस्टम (सी.बी.सी.एस.) लागू किया गया है, जिसके अनुसार विद्यार्थी नियमित पाठ्यक्रमों के साथ-साथ अपनी पसंद के सर्टिफिकेट कोर्स भी कर सकते है। कर्नल शेरावत ने केड्स को अनुशासन, लीडरशिप को व्यक्तित्व का हिस्सा बनने का अनुरोध किया। एन.सी.सी. कैंपस निरीक्षण के दौरान केड्स ने हॉर्स जंपिंग, टेंट पैकिंग एवं अन्य गतिविधियों का शानदार प्रदर्शन किया। कर्नल शेरावत ने वेटरनरी महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो. ए.पी. सिंह से औपचारिक मुलाकात करते हुए कॉलेज यूनिट के सेटअप एवं उपलब्धियों प्रशंसा करते हुए इस यूनिट के उत्थान के लिए एनसीसी डायरेक्टरेट जयपुर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया तथा कॉलेज की विभिन्न इकाइयों के बारे में भी जाना। इस अवसर पर एएनओ लेफ्टिनेंट सुनीता चौधरी, सीटीओ डॉ अमित चौधरी, जेसीओ संजय यादव एवं समस्त एनसीसी स्टाफ उपस्थित रहा।

जयपुर, 22 मार्च। स्नातकोत्तर पशुचिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पी.जी.आई.वी.ई.आर.), जयपुर में अध्ययनरत ए.एच.डी.पी. द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों ने अन्तिम वर्ष की परीक्षाएं पूर्ण होने के उपरान्त शुक्रवार को संस्थान की अधिष्ठाता प्रो. शीला चौधरी तथा संकाय सदस्यों का धन्यवाद किया। विद्यार्थियों ने अधिष्ठाता महोदया को अवगत कराया कि उनके मानसरोवर केम्पस से जामड़ोली केम्पस में स्थानान्तरित होने के उपरान्त उनकी शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक गतिविधियों में अत्यधिक सुधार आया तथा उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला। विभिन्न विषयों से संबंधित संस्थान की विशिष्ट संकाय सदस्यों ने निरन्तर उनकी कक्षाएं ली तथा ज्ञान में वृद्धि की। उन्हें एम्बुलेट्री कक्षाओं के तहत् निरन्तर हिंगोनिया गौशाला जाकर पशुचिकित्सा से संबंधित विभिन्न कौशल सीखने का अवसर प्राप्त हुआ। साथ ही संस्थान में अवस्थित विभिन्न फार्मो में जाकर उन्होंने पशुपालन से संबंधित विभिन्न विधाओं के बारे में ज्ञान अर्जित किया। यहां आने के उपरान्त ही उन्हें विभिन्न खेल एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में भी भाग लेने का अवसर प्राप्त हुआ जिससे उनका सर्वांगिक विकास हुआ। इस अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए अधिष्ठाता महोदया ने उन्हें कड़ी मेहतन एवं लगन से अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये प्रेरित किया। उन्होंने विद्यार्थियों को संस्थान में अर्जित ज्ञान का उपयोग कर पशुओं एवं पशुपालकों के उत्थान के लिये कार्य करने का आह्वान किया तथा विश्वास जताया कि वे यहां से जाने के उपरान्त अपने ज्ञान व कौशल का समुचित उपयोग कर संस्थान का नाम रोशन करेंगे।

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  1. पी.जी.आई.वी.ई.आर., जयपुर में डॉ. बी.आर. अम्बेडकर की 134वीं जयंती पर कार्यक्रम आयोजित
  2. बाबा साहेब डॉ. बी.आर. अम्बेडकर की 134 वीं जयंती मनाई
  3. वेटरनरी विश्वविद्यालय में सातवें दीक्षांत समारोह एवं पन्द्रहवें स्थापना दिवस हेतु समीक्षा बैठक
  4. डेयरी महाविद्यालयों में प्रवेश जेट-2024 परीक्षा के माध्यम से
  5. अधिष्ठाता, डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, बस्सी द्वारा श्री बलराम उच्च माध्यमिक आदर्श विद्या मंदिर विद्यालय, बस्सी के शुभकामना समारोह में भाग लिया
  6. डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय बस्सी जयपुर में एक दिवसीय प्याज प्रसंस्करण कार्यशाला का आयोजन
  7. कर्नल नितिन शेरावत, निदेशक एन.सी.सी., जयपुर ने किया एन.सी.सी. यूनिट का निरीक्षण
  8. ए.एच.डी.पी. द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों ने अधिष्ठाता, पी.जी.आई.वी.ई.आर., जयपुर किया धन्यवाद
  9. डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय बस्सी, जयपुर मे मनाया गया विश्व जल दिवस
  10. राजुवास के डॉ. गौतम पशुपालन एवं डेयरी मंत्री के तकनीकी सलाहकार एवं नोडल अधिकारी नियुक्त
  11. One Day Workshop on Value Addition Technologies for Processing of Onion at CDFT Bassi, Jaipur
  12. समाज और पशुपालन के परिपेक्ष्य में पत्रकारिता का महत्व पर संगोष्ठी का आयोजन
  13. डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय बस्सी, के छात्र छात्राये इंटर-कॉलेज खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम “स्पोकुल-24” में भाग लेकर पहुँचे महाविद्यालय
  14. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत क्राफ्ट बेकर के प्रशिक्षण के लिए ऑनलाइन व्याख्यान दिया ।
  15. खेल-सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं “स्पोकल-24“ का हुआ भव्य समापन समारोह
  16. वेटरनरी विश्वविद्यालय “स्पोकल-24” द्वितीय दिन हुए विभिन्न मुकाबले
  17. वेटरनरी विश्वविद्यालय प्रबंध मण्डल की 34वीं बैठक सम्पन्न
  18. राजुवास “स्पोकल-24” का हुआ शुभारंभ नियमित स्पोर्ट्स तनाव एवं रोगों को कम करने में सहायक: कुलपति प्रो सतीश के. गर्ग
  19. पी.जी.आई.वी.ई.आर., जयपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष शिविर प्रेरक व्याख्यान का आयोजन
  20. डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय बस्सी, जयपुर से इंटर-कॉलेज खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम “स्पोकुल-24” के लिए राजुवास बीकानेर रवाना हुए प्रतिभागी।